2019 विश्व कप के मद्देनज़र कुछ महत्वपूर्ण बातें

rohit-sharma-shikhar-dhawan-2017-edgbaston-pakistan-1498889871-800
#4 पहले से कहीं ज्यादा अहम हो गए हैं मिडिल ओवर्स
eoin-morgan-champions-trophy-1498892054-800

टी-20 क्रिकेट की लोकप्रियता तेजी से बढ़ने के बाद वनडे क्रिकेट के प्रति लोगों के रुख पर संदेह गहराया था। हालांकि, हुआ यह है कि टी-20 के तेजतर्रार क्रिकेट ने वनडे में खिलाड़ियों के रवैये को बदल दिया। इन बदलावों में से एक है कि किस तरह बल्लेबाज शुरुआती और बीच के ओवरों में विकेट हाथ में रखते हुए पारी को स्थिरता देने की कोशिश करते हैं। यह टी-20 क्रिकेट का ही प्रभाव है और अब बल्लेबाज आखिरी के 10-15 ओवरों में स्कोरबोर्ड पर तेजी से रन जोड़ने की कोशिश करते हैं। मिडिल ओवर्स में पारी के बिखरने की दो घटनाएं हमने चैंपियन्स ट्रॉफी में देखीं। साउथ अफ्रीका ने भारत के अपने आखिरी 8 विकेट 51 रन पर गंवाए। जहां एक तरफ दक्षिण अफ्रीकी टीम का स्कोर 140 रन पर 2 विकेट था, वहीं वे 191 रन पर अपने सारे विकेट गवा बैठे। ऐसा ही कुछ इंग्लैंड के साथ हुआ, जब वे पाक के खिलाफ सेमी-फाइनल मुकाबले में 128 रन पर 2 विकेट के पायदान से सीधा 211 रनों पर ऑलआउट की स्थिति तक पहुंच गए। जिन टीमों ने मिडिल ओवर्स को ठीक तरह से भुनाया, उन्होंने अपनी स्थिति को बेहतर मुकाम तक पहुंचाया और वहीं दूसरी तरफ गेंदबाजी कर रही टीम ने इन ओवरों में महत्वपूर्ण विकेट चटका कर मैच का रुख भी बदल दिया। ऐसे ही समय में हसन अली जैसे गेंदबाजों ने अपना करतब दिखाया और महत्वपूर्ण विकेट झटके। अब से मिडिल ओवर्स की अहमियत काफी बढ़ गई है। गेंदबाजी करने वाली टीम रनों की रफ्तार को थामने और विकेट झटकने की कोशिश करती है, और आखिरी ओवरों तक बल्लेबाजी कर रही टीम को पस्त करने की जुगत में रहती है।

App download animated image Get the free App now