2) सितम्बर 1986, चेन्नई, ऑस्ट्रेलिया के साथ मैच टाई हुआ
अभी तक हुए 2000 से ज्यादा टेस्ट मैचों में ,ये उन दो मुकाबलों में से एक मैच था जो टाई हुआ। ये वो मैच नहीं था जिसमें भारतीय टीम से जीत की उम्मीद थी। इस मैच में भारतीय ने टीम ऑस्ट्रेलियाई टीम के मुंह से करीब-करीब जीत छीन ही ली थी। पहले बल्लेबाज़ी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने डीन जोंस के दोहरे शतक और बॉर्डर और बून की शतकीय पारियों की बदौलत 574 रन बनाए। भारत टीम जवाब में 397 रन पर ऑलआउट हो गई। के. श्रीकांत ने टीम को आक्रमक शुरुआत दी और 62 गेंद पर 53 रन बनाए लेकिन कोई भी बल्लेबाज़ शुरुआत को बड़ी पारी में तबदील नहीं कर सका। कपिल देव ने 138 गेंद पर 119 रन की शतकीय पारी खेलकर टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। मसलन ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी के आधार पर मिली लीड के बाद दूसरी पारी में 49 ओवर में 170 रन बनाकर भारत के सामने 87 ओवर में 348 रन का टारगेट रखा। टॉप आर्डर की शानदार पारी की मदद से भारतीय टीम ने लक्ष्य का पीछा जबरदस्त अंदाज़ में किया जिसमें गावस्कर की 90 रन की पारी भी शामिल थी। रवि शास्त्री टीम को वहां तक ले गए जहां टीम को 40 गेंद पर 48 रन की जरूरत थी। शास्त्री नॉन स्ट्राइकिंग एंड पर थे और पूरे भारत की सांसे तब थम गई जब मैच की आखिरी गेंद से पहले मनिंदर सिंह lbw हो गए। क्रिकेट वर्ल्ड में इस टेस्ट को “टाई चेन्नई टेस्ट” के नाम से जाना जाता है ।