जिमी एडम्स
90 के दौर में जिमी एडम्स ऐसे खिलाड़ी थे जिन्हें वेस्टइंडीज की टीम जरूरत के अनुसार किसी भी जगह खिला सकती थी। मध्यक्रम के बल्लेबाज की जरूरत में या फिर विकेटकीपर की जरूरत या फिर बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज की जरूरत, एडम्स किसी भी जगह फिट हो जाते थे।
इन सब के बावजूद उनके साथ सबसे बड़ी परेशानी थी कि बल्लेबाजी क्रम में उनका कोई निश्चित स्थान नहीं था। उन्होंने सलामी बल्लेबाज से लेकर 9वें नंबर तक सभी क्रम पर बल्लेबाजी की लेकिन किसी भी एक स्थान पर उन्हें 25 से ज्यादा पारियां नहीं मिली। किसी वजह से 127 एकदिवसीय मैच खेलने के बावजूद उन्होंने एक भी शतक नहीं जमाया।
अपने एकदिवसीय करियर में एडम्स ने करीब 30 की औसत से 2000 से अधिक रन बनाए लेकिन कभी भी 100 के आंकड़े को पार नहीं कर पाये। इसके विपरीत उन्होंने टेस्ट मैचों में 6 शतकीय पारियां खेली जिसमें एक दोहरा शतक भी शामिल है।
वहीं एकदिवसीय मैचों में उन्होंने 14 अर्द्धशतकीय पारियां खेली जिसमें उनका उच्चतम स्कोर 82 रन रहा था।