भारतीय टीम की जीत की सबसे बड़ी वजह रही एक्शन में बदलाव करने के बाद रविचंद्रन अश्विन की बेहतरीन वापसी। अश्विन ने अपनी गेंदबाजी का बारीकी से विश्लेषण किया और कोच से बात करके काफी मेहनत की। इसके बाद जब वो भारतीय टीम में लौटे तो पहले से कहीं ज्यादा खतरनाक गेंदबाज वो लग रहे थे। दूसरी तरफ जडेजा के रुप में उन्हें बेहतरीन जोड़ीदार मिला। जडेजा ने अपनी कसी हुई गेंदबाजी से अश्विन के लिए प्लेटफॉर्म तैयार किया। पिछले 2 सालों में 30 से ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों के न्यूनतम औसत की बात करें तो अश्विन पहले और जडेजा दूसरे नंबर पर हैं। 20 अगस्त 2015 से लेकर अश्विन ने 19.39 की औसत से 114 विकेट चटकाए हैं, इस दौरान अश्विन ने 13 बार एक पारी में 5 विकेट लिया। इस लिस्ट में श्रीलंकाई स्पिनर रंगना हेराथ टॉप पर हैं, जबकि 21.22 की औसत से 59 विकेट चटकाकर जाडेजा तीसरे नंबर पर हैं। अश्विन और जडेजा की जोड़ी ने कई मैचों में भारतीय टीम को जीत दिलाई। इन दोनों की शानदार गेंदबाजी का ही नतीजा है कि भारतीय टीम पिछले एक सालों में कोई भी मैच नहीं हारी है।