निचले क्रम के बल्लेबाज अक्सर विरोधी टीम के लिए सिरदर्द साबित होते हैं और अगर बल्लेबाज फॉर्म में हों तो टीम की जीत की संभावना काफी बढ़ जाती है। भारत की जीत में भी निचले क्रम की उपयोगी पारियाों का बड़ा योगदान रहा है। 20 अगस्त 2015 से लेकर भारतीय लोअर ऑर्डर के बल्लेबाजों (8-11) ने 56 पारियों में 26.74 की औसत से 1471 रन जोड़े हैं। केवल इंग्लैंड के निचले क्रम के बल्लेबाजों ने ही भारतीय लोअर ऑर्डर से ज्यादा रन बनाए हैं। इंग्लिश लोअर ऑर्डर ने 1757 रन बनाए हैं। वहीं लोअर ऑर्डर का दूसरा सबसे बेहतरीन औसत न्यूजीलैंड की टीम का है। कीवी टीम के निचले क्रम के बल्लेबाजों ने 20.19 की औसत से रन बनाए हैं। इस दौरान 2 शतकीय और 4 अर्धशतकीय साझेदारियां हुईं। यहां हमें ये बात बिल्कुल भी नहीं भूलनी चाहिए कि अश्विन ने इस दौरान कई अहम मौकों पर नंबर 6 पर बल्लेबाजी कि जिससे भारतीय टीम को एक अतिरिक्त गेंदबाज खिलाने का मौका मिला।