टेस्ट मैचों में भारत की 17 मैचों से लगातार न हारने के 5 कारण

4. कप्तान का बेहतरीन प्रदर्शन
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Indian batsman and captain Virat Kohli celebrates after scoring a double century during the second day of third test cricket match between India and New Zealand at The Holkar Cricket Stadium in Indore on October 9, 2016. ----IMAGE RESTRICTED TO EDITORIAL USE - STRICTLY NO COMMERCIAL USE----- / GETTYOUT / AFP / PUNIT PARANJPE (Photo credit should read PUNIT PARANJPE/AFP/Getty Images)

किसी भी टीम की जीत के लिए और उस टीम में सकारात्मक बदलाव के लिए कप्तान का फॉर्म बेहद जरुरी होता है। भारतीय टीम इस मामले में काफी भाग्यशाली रही कि उसे विराट कोहली जैसा कप्तान मिला। कोहली इस वक्त अपने करियर के सबसे बेहतरीन फॉर्म में हैं। इस साल वो 3 दोहरे शतक लगा चुके हैं। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में केवल 5 खिलाड़ी ऐसा कर पाए हैं, जिनमें से एक विराट कोहली भी हैं। 20 अगस्तर 2015 से अब तक कोहली ने 61.08 की औसत से 4 शतक और 4 अर्धशतक लगाते हुए 1527 रन बनाए हैं। कप्तानों में केवल कुक का ही कोहली से रिकॉर्ड बेहतर है। कुक ने 46.97 की औसत से 1785 रन बनाए हैं। औसत के मामले में कोहली दूसरे नंबर पर रहे, पहले नंबर पर ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ हैं जिन्होंने 64.04 की औसत से 1409 रन बनाए। कोहली को कप्तानी तब मिली जब उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में लगातार 4 टेस्ट शतक जड़ा। हालांकि वो सीरीज भारत 0-2 से हार गया था। लेकिन उस सीरीज में रन बनाने से कोहली का आत्मविश्वास काफी बढ़ गया। वो आत्मविश्वास उनकी कप्तानी में भी झलका, जब कई मौकों पर उन्होंने आगे बढ़कर टीम को लीड किया।

Edited by Staff Editor
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