1999 में जॉन बुकानन को उस ऑस्ट्रेलियाई टीम की कोचिंग की जिम्मेदारी मिली जो पहले से ही काफी मजबूत थी। कप्तान रिकी पोटिंग के साथ मिलकर बुकानन ने ऑस्ट्रेलियाई टीम को और नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। पोटिंग और बुकानन की ट्यूनिंग से ऑस्ट्रेलियाई टीम लगभग अजेय हो गई। दोनों की अगुवाई में ऑस्ट्रेलियाई टीम को कई ऐतिहासिक जीत मिली। इसी दौरान कंगारु टीम ने लगातार 16 टेस्ट मैच जीतने का रिकॉर्ड बनाया और वर्ल्ड कप में 23 जीत का रिकॉर्ड बनाया। 2002 और 2006 की एशेज सीरीज में जीत, 2004 में भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज में जीत, 2006 में चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब और 2003 और 07 में दो लगातार वर्ल्ड कप दोनों की सफलता की कहानी खुद ब खुद बयां कर रहे हैं। हालांकि सफलता के इस दौर में बुकानन को शेन वॉर्न जैसे ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों से आलोचना भी झेलनी पड़ी। हालांकि रिकी पोटिंग ऑस्ट्रेलिया की वर्ल्ड कप में सफलता का श्रेय मुख्य रुप से बुकानन को ही देते हैं।