सुनील गावस्कर अद्भुत थे, एक ऐसे बल्लेबाज़ जो अपने साथ के बल्लेबाज़ों से बिलकुल अलग रेस में शामिल थे,गावस्कर के पास विश्व की सबसे प्रख्यात गेंदबाज़ी को खेलने की क्षमता थी। हालांकि महानतम बल्लेबाज़ों की फॉर्म में भी गिराव आ सकता है और गावस्कर को ताकतवर वेस्टइंडीज़ टीम के खिलाफ एक सीरीज़ में बल्लेबाज़ी के लिए नीचे भेजा गया। प्रयोग असफल साबित हुआ और भारतीय टीम दुखदाई स्थिति में थी और बोर्ड पर बिना किसी रन के भारत अपनी 2 विकेट खो चुका था। तेज़ गेंदबाज़ मैलकम मार्शल ने अंशुमन गायकवार्ड और दिलीप वेंगसरकर को 0 पर चलता किया। सुनील गावस्कर के पिच पर आने के बाद एक और दिग्गज विव रिचर्ड्स गावस्कर के पास आए और बोले “इससे फर्क नहीं पड़ता कि आप किस नंबर पर बल्लेबाज़ी करने आए हो, स्कोर अभी भी 0 है।” इससे पता चलता है कि भारतीय टीम गावस्कर पर कितना निर्भर करती थी और वो कितने बड़े खिलाड़ी थे, कि विपक्षी टीम के किसी खिलाड़ी ने ये कमेंट किया।