जब बात आईपीएल की आती है तब उस समय चेन्नई सुपर किंग्स के बारें में किसी प्रकार के परिचय की कोई जरुरत नहीं होती है। अब तक 8 सीज़न में हर बार प्लेऑफ में पहुंचकर वे टूर्नामेंट के इतिहास की सबसे बेहतरीन टीम रही है। विश्व क्रिकेट के कई बड़े नामों ने चेन्नई का प्रतिनिधित्व किया हैं। जहां कई खिलाड़ियों ने अपने शानदार प्रदर्शन की बदौलत अपनी असाधारण छाप छोड़ी है, वहीं कुछ खिलाड़ी अपने नाम के अनुसार उम्मीद पर खरे नहीं उतर पाये हैं। अब हम कुछ प्रसिद्ध अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियो के प्रदर्शन पर एक नजर डालते हैं जो चेन्नई के साथ खेलते समय अपनी चमक बिखेरने में नाकामयाब रहे।
#5 जॉर्ज बेली
2009 की आईपीएल नीलामी के दौरान चेन्नई सुपर किंग्स ने पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान जॉर्ज बेली को 24.5 लाख रुपये के साथ अपनी टीम में शामिल किया। बेली एक अनुभवी टी-20 खिलाड़ी थे जो 2009 से 2012 तक सीएसके की टीम का हिस्सा थे, लेकिन चेन्नई की टीम के साथ अपने कार्यकाल के दौरान उन्हें कुल मिलाकर सिर्फ 4 मैच खेलने का मौका मिला। 2009 के संस्करण में वह सिर्फ तीन मैचों में खेले और उन्होंने 115.38 की स्ट्राइक रेट के साथ सिर्फ 45 रन बनाये, जिसमें उनका सर्वोच्च स्कोर 30 का था। 2010 के सीज़न में जब चेन्नई ने खिताब अपने नाम किया था तब बेली ने सिर्फ एक मैच खेलते हुए 18 रन बनाये जो कि उनके द्वारा चेन्नई के लिए खेला गया आखिरी मैच था। अगले दो सत्रों में, बेली को एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला और वह सिर्फ एक बेंच प्लेयर बनकर रह गये। बेली, जो घरेलू क्रिकेट में तस्मानिया के लिए खेलते हैं वह आईपीएल सीजन 2012 में चेन्नई से रिलीज होने के बाद किंग्स-XI पंजाब और राइजिंग पुणे सुपरजाइंट की तरफ से खेले।
#4 एंड्रयू फ्लिंटॉफ
एंड्रयू फ्लिंटॉफ को 2009 के आईपीएल नीलामी के दौरान चेन्नई सुपर किंग्स ने रिकॉर्ड 7.5 करोड़ रुपये के साथ खरीदा था। इतनी भारी भरकम रकम के साथ खरीदे जाने के बावजूद इस खिलाड़ी के लिए आईपीएल का अनुभव बेहद खराब रहा। फ्लिंटॉफ ने चेन्नई सुपर किंग्स के लिए सिर्फ 3 मैच खेंले, जहां उनके नाम सिर्फ 2 विकेट और 62 रन रहे। फ्लिंटॉफ को सुपर किंग्स के लिए खेलते समय चोट के कारण आईपीएल को बीच में ही छोड़ कर जाना पड़ा और उसके बाद वह लीग में वापस नहीं लौट पाये। फ्लिंटॉफ उनके हमवतन केविन पीटरसन के साथ आईपीएल के सबसे मंहगे खिलाड़ी थे जिन्हें रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने समान राशि में खरीदा था।
#3 थिसारा परेरा
2010 में आईपीएल नीलामी के दौरान चेन्नई सुपर किंग्स ने 23 लाख रुपये में श्रीलंका के इस ऑलराउंडर को अपनी टीम में शामिल किया था। परेरा के लिए सुपर किंग्स के साथ सफर भूल जाने वाला रहा क्योंकि अपने पूरे सीजन के दौरान उन्हें सिर्फ एक मैच खेलने का मौका मिला। जिसमें वह एक भी रन बनाने में नाकामयाब रहे और अपने एक ओवर के स्पेल के दौरान उन्होंने 19 रन लुटा दिए। इस प्रतिभाशाली ऑलराउंडर को 2010 के संस्करण में कोई और मौका नहीं मिला और अंततः उन्हें 2011 आईपीएल के लिए टीम में दोबारा शामिल नहीं किया गया। 2011 की नीलामी से पहले सुपर किंग्स द्वारा द्वारा रिलीज किये जाने के बाद परेरा ने 6 सीज़न में 5 अलग-अलग आईपीएल फ्रेंचाइजी का प्रतिनिधित्व किया। जिसमें कोच्चि टस्कर्स केरल, मुंबई इंडियंस, सनराइजर्स हैदराबाद, किंग्स-XI पंजाब और राइजिंग पुणे सुपरजाइंट शामिल रहीं।
#2 जेसन होल्डर
2013 की आईपीएल नीलामी के दौरान विंडीज़ कप्तान जेसन होल्डर को चेन्नई सुपर किंग्स ने 9.2 लाख रुपये में खरीदा था। इस ऑलराउंडर को छठे सीज़न के दौरान सीएसके के लिए सिर्फ छह मैचों में खेलना का मौका मिला और 8.40 की इकॉनमी के साथ उन्होंने केवल 2 विकेट अपने नाम किए। अगले सीजन में सुपर किंग्स द्वारा टीम से रिलीज होने के बाद होल्डर को 2014 में सनराइजर्स हैदराबाद ने खरीदा था। होल्डर दो साल तक हैदराबाद की टीम का हिस्सा रहे जिसके बाद 2016 में वह कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम में शामिल हो गये। होल्डर उस वेस्टइंडीज की टीम का हिस्सा थे, जिसने 2016 में डैरेन सैमी के प्रतिनिधित्व में आईसीसी विश्व टी-20 का खिताब अपने नाम किया था। दुर्भाग्य से होल्डर को चेन्नई की तरफ से खुद को साबित करने के लिए पर्याप्त अवसर नहीं मिल पाए।
#1 टिम साउदी
न्यूज़ीलैंड के तेज़ गेंदबाज़ टिम साउदी ने 2011 के आईसीसी क्रिकेट विश्व कप के दौरान 8 मैचों में 18 विकेट लेकर शानदार प्रदर्शन किया और न्यूजीलैंड को सेमीफाइनल में पहुंचाया, हालांकि सेमीफाइनल में उन्हें श्रीलंका के हाथों हार का सामना करना पड़ा। लेकिन यह कीवी तेज गेंदबाज आईपीएल में अपनी विश्व कप की सफलता को दोहरा पाने में नाकामयाब रहा। चेन्नई सुपर किंग्स ने 2011 के सत्र में घायल ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज बेन हिल्फेनहॉस की जगह पर न्यूजीलैंड के खिलाड़ी को 46 लाख रूपये में अपनी टीम में शामिल किया। साउदी ने उस सत्र में सुपर किंग्स के लिए सिर्फ पांच मैच खेले, जिसमें उनके खाते में सिर्फ 4 विकेट आये। साउदी का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 30 रन पर 1 विकेट रहा। साउदी ने कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ सीजन के उद्घाटन मैच के आखिरी ओवर में बेहद मुश्किल यॉर्कर डालकर चेन्नई की जीत सुनिश्चित की। हालांकि उम्मीद के अनुसार प्रदर्शन न करने के चलते साउथी को आईपीएल 2012 के संस्करण के लिए सीएसके द्वारा रिलीज कर दिए गए। लेखक- अश्वन राव अनुवादक- सौम्या तिवारी