आईपीएल इतिहास को एक दशक बीत चुका है, अब साल 2018 में ये टूर्नामेंट अपने 11वें सीज़न में प्रवेश करने जा रहा है। इसे टी-20 का महाकुंभ भी कहा जाता है, इसका इंतज़ार हर भारतीय क्रिकेट फ़ैस को होता है। 11वां सीज़न शुरू होने में अब कुछ ही दिनों का वक़्त बचा है और सबके धड़कनें तेज़ हो गई हैं। आईपीएल में खेलने का सपना हर खिलाड़ी का होता है। विदेश के कई स्टार खिलाड़ी ने अलग-अलग आईपीएल टीम के लिए कम से कम एक मैच तो ज़रूर खेला है। कोई भी खिलाड़ी सिर्फ़ दौलत के लिए ये टूर्नामेंट नहीं खेलता, बल्कि उसका सपना होता है कि वो आईपीएल में शानदार प्रदर्शन करे और राष्ट्रीय टीम में उनका चयन हो जाए। दिलचस्प बात ये है कि विश्व क्रिकेट के कई स्टार खिलाड़ी ऐसे भी हैं जिन्होंने अपने खेल से काफ़ी नाम कमाया है, लेकिन उन्हें एक भी आईपीएस सीज़न में खेलने का मौक़ा नहीं मिल पाया। हम यहां ऐसे ही 5 विदेशी खिलाड़ियों के बारे में चर्चा कर रहे हैं।
#1 जो रूट
इंग्लैंड टीम के टेस्ट कप्तान जो रूट ने साल 2018 में पहली बार आईपीएल नीलामी के लिए अपना नाम पेश किया था, लेकिन उनको लेकर किसी टीम के मालिक ने दिलचस्पी नहीं दिखाई। जो रूट घरेलू सर्किट में यॉर्कशायर के लिए खेलते हैं। अपने शानदार प्रदर्शन के बावजूद वो आईपीएल के किसी भी सीज़न में शामिल नहीं हो पाए। 25 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में उन्होंने 128.77 की स्ट्राइक रेट से 743 रन बनाए थे, उनका सर्वाधिक स्कोर 90 है। चूंकि रूट फ़िलहाल इंग्लिश टीम में कप्तान की ज़िम्मेदारी निभा रहे हैं, ऐसे में शायद आईपीएल की टीम्स के मालिकों के ज़ेहन में ये बात होगी कि वो इस टूर्नामेंट में ज़्यादा वक़्त नहीं दे पाएंगे। इसलिए 2018 की आईपीएल नीलामी में किसी ने उन पर दांव नहीं लगाया।
#2 दिनेश रामदीन
त्रिनिदाद के खिलाड़ी दिनेश रामदीन साल 2012 और 2016 की आईसीसी वर्ल्ड टी-20 के दौरान चैंपियन वेस्टइंडीज़ टीम का हिस्सा थे। वो अपनी टीम में विकेटकीपर-बल्लेबाज़ की ज़िम्मेदारी निभाते हैं। अपने शानदार खेल के बावजूद वो एक भी आईपीएल सीज़न में शामिल नहीं हो पाए। रामदीन फ़िलहाल ट्रिनिदाद एंड टोबैगो टीम के कप्तान हैं। वो कैरिबियन प्रीमियर लीग में गयाना आमेज़न के लिए भी खेल चुके हैं। साल 2017 में उनकी टीम ट्रनिबागो नाइटराडर्स ने केपीएल ख़िताब अपने नाम किया था। रामदीन ने 58 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में 115.66 के स्ट्राइक रेट से 421 रन बनाए हैं, जिसमें उनका सर्वाधिक स्कोर 55 था। चौंकाने वाली बात ये है कि जब आईपीएल में कई कैरिबियाई खिलाड़ियों का जलवा रहा है, ऐसे में रामदीन को मौक़ा क्यों नहीं मिला।
#3 जोश हैज़ेलवुड
साल 2015 के आईसीसी वर्ल्ड कप में हैज़ेलवुड चैंपियन कंगारू टीम का हिस्सा थे, इस दौरान उन्होंनो 5 मैच में 4.10 की इकॉनमी रेट से 7 विकेट हासिल किए थे। न्यू साउथ वेल्स के इस खिलाड़ी को साल 2014 की आईपीएल नीलामी के दौरान मुंबई इंडियंस टीम ने ख़रीदा था। वो उस सीज़न में एक भी मैच नहीं खेल पाए। वो 2015 की आईपीएस सीज़न में मुंबई टीम से अलग हो गए। हैज़ेलवुड को ऑस्ट्रेलिया का अलगा ग्लैन मैक्ग्रा कहा जाता है क्योंकि वो सटीक और विविधतापूर्ण गेंदबाज़ी करते हैं। बिग बैश लीग में वो पिछले 7 सालों से सिडनी सिक्सर के लिए खेल रहे हैं और उन्हें टी-20 खेलने का अच्छा ख़ासा तजुर्बा है। उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए 7 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेला है और 9.61 की इकॉनमी रेट से 8 विकेट लिए हैं। इस साल की आईपीएल नीलामी में वो ख़रीदे नहीं जा सके थे।
#4 स्टुअर्ट ब्रॉड
स्टुअर्ट ब्रॉड वही गेंदबाज़ हैं जिनके ओवर में युवराज सिंह ने आईसीसी वर्ल्ड टी-20 2007 में 6 गेंदों पर 6 छक्के लगाए थे। साल 2011 और 2012 के सीज़न के लिए उन्हें किंग्स इलेवन पंजाब टीम ने ख़रीदा था। दोनों सीज़न से उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया और वो आईपीएल का एक भी मैच खेलने में नाकाम रहे। स्टुअर्ट ब्रॉड इंग्लिश टीम के अहम सदस्य रहे हैं। उन्होंने 56 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में 7.63 की इकॉनमी रेट से 65 विकेट हासिल किए हैं। वो लीस्टरशायर, नॉटिंघमशायर और होबार्ट हुर्रिकेंस टीम में खेल चुके हैं।
#5 वर्नन फ़िलैंडर
दक्षिण अफ़्रीका के धाकड़ गेंदबाज़ वर्नन फ़िलैंडर ने उस वक़्त सबको चौंका दिया था जब उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ 15 रन देकर 5 विकेट हासिल किए थे। वो दाएं हाथ से मध्य तेज़ गेंदबाज़ी करते हैं, फ़िलैंडर ससेक्स, जमैका तल्लावास, डेवोन, वेस्टर्न प्रोविंस, केंट, केप कोबराज़, मिडिलसेक्स और समरसेट टीम के लिए खेल चुके हैं, लेकिन वो एक भी आईपीएल मैच नहीं खे पाए। प्रोटियाज़ टीम के लिए उन्होंने 7 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में 4 विकेट हासिल किए हैं। वो टेस्ट क्रिकेट में दक्षिण अफ़्रीका के अहम गेंदबाज़ हैं। लेखक- अश्वन राव अनुवादक – शारिक़ुल होदा