वे आज भी एक सफल गेंदबाज के रूप में याद किए जाते हैं। उन्होंने कई सालों तक दक्षिण अफ़्रीका के स्विंग गेंदबाजी आक्रमण को लीड किया था। वो अपने गेंद से ज्यादा बात करते थे। और वे इसको इस हद तक मानते थे कि जब संगकारा ने 2003 विश्व कप में उन्हें कुछ कहा, तब भी वे चुप रहे। नतीजन, आज तक हम उन्हें एक सफल खिलाडी और सही रूप से खेलने वाले खिलाडी के रूप में देखते हैं।