भारतीय बल्लेबाजों द्वारा टेस्ट में लगाए गए 5 सबसे तेज़ शतक

टी-20 क्रिकेट आने के बाद बल्लेबाजों का टेस्ट और वनडे मैचों को लेकर नजरिया बदला है और बल्लेबाज तेज गति से रन बनाते हैं। अंतरराष्ट्रीय मैच में शतक लगाना हर बल्लेबाज के लिए शानदार होता है, इससे बल्लेबाज को संतुष्ठि मिलती है। वनडे और टी-20 मैचों में टेस्ट मैच के मुकाबले काफी धीरे रन बनाए जाते हैं। क्रिकेट इतिहास में काफी सारे आक्रामक बल्लेबाज हुए हैं, जिन्होंने टेस्ट मैचों को मजेदार बनाने में मदद की है। हाल ही में ब्रैंडन मैक्कलम ने टेस्ट क्रिकेट का सबसे तेज शतक लगाया। उन्होंने विव रिचर्ड्स और मिस्बाह उल हक द्वारा बनाए गए सबसे तेज शतक के रिकॉर्ड को तोड़ा। भारत में पिछले कुछ सालों का काफी अच्छे क्रिकेटर हुए हैं। आइए नजर डालते हैं कि उन भारतीय बल्लेबाजों पर, जिन्होंने टेस्ट में सबसे तेज शतक लगाए हैं। # कपिल देव te main हरियाणा हरिकेन के नाम से मशहूर कपिल दुनिया के सबसे अच्छे ऑलराउंडरों में से एक हैं। उनका बल्लेबाजी का स्टाइल काफी आक्रामक था। बतौर बल्लेबाज उन्होंने टेस्ट मैच में 400 से ज्यादा विकेट लिए। 1 जनवरी 1981 को भारत ने कानपुर में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच खेला। इंग्लैंड ने पहली पारी में 378 रन बनाए। कपिल देव के शानदार 116 रनों की मदद से भारत ने 377 रन बनाए। कपिल देव ने सिर्फ 86 बॉल में अपना शतक लगाया। कपिल देव ने 173 मिनट की पारी के दौरान 98 बॉल खेलकर 118.36 की औसत से रन बनाए। अपनी पारी के दौरान उन्होंने 16 चौके और 2 छक्के लगाए। हालांकि मैच ड्रॉ हुआ, भारत ने 6 टेस्ट मैचों की सीरीज को 1-0 से अपना नाम किया और कपिल देव को मैन ऑफ सीरीज चुना गया। # शिखर धवन te 1 शिखर धवन काफी आक्रामक बल्लेबाज हैं, उन्होंने टेस्ट क्रिकेट का आगाज भी कुछ इसी अंदाज में किया। मोहाली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए डैब्यू मैच में उन्होंने 187 रनों की शानदार पारी खेली। 2013 में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया द्वारा बनाए गए 408 रनों का जवाब देने उतरी भारत ने शिखर धवन और मुरली विजय के शानदार शतकों की मदद से 499 रन बनाए। शिखर धवन ने 85 बॉल में अपना शतक लगाया, जिसमें उन्हें 21 चौके लगाए। ये डैब्यू करने वाले भारतीय बल्लेबाज़ द्वारा बनाया गया सबसे तेज शतक है। उन्होंने पारी में 187 रन बनाए। भारत ने 6 विकेट से मैच अपने नाम किया। शिखर धवन को उनकी शानदार पारी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया। # वीरेंदर सहवाग te 2 इस लिस्ट में तीसरे बल्लेबाज वीरेंदर सहवाग है, जिन्हें क्रिकेट इतिहास के सबसे आक्रामक बल्लेबाजों में से एक माना जाता है। ये भारतीय बल्लेबाज टी-20, टेस्ट और वनडे मैचों में एक तरीके से ही बल्लेबाजी करते थे। भारतीय टीम के साथ 2006-07 में वेस्टइंडीज के दौरे पर सहवाग ने 78 बॉल में शतक लगाया था। ये मैच सैंट लूसिया में खेला गया था, जो सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच था। भारत ने पहली पारी में 588 रनों का विशाल स्कोर बनाया। वीरू ने 287 मिनट की पारी में 190 बॉल खेली और 180 रन बनाए। जिसमें उन्होंने 20 चौके और 2 छक्के लगाए। सहवाग के अलावा राहुल द्रविड और मोहम्मद कैफ ने इस मैच में शतक लगाए। मैच ड्रॉ हुआ, भारत ने टेस्ट सीरीज 1-0 से अपने नाम की। # मोहम्मद अजहरुद्दीन te 4 पूर्व भारतीय बल्लेबाज मोहम्मद अजहरूद्दीन कलाई के जादूगर माने जाते थे, जिसकी वजह से वो आसानी से रन बटोरा करते थे। 1996 की भारत-साउथ अफ्रीका सीरीज के दौरान दूसरा टेस्ट मैच कोलकाता के इडेन गार्डन में हुआ। हडसन और गैरी कर्स्टन की शतकों की मदद से साउथ अफ्रीका ने पहली पारी में 428 रन बनाए। भारतीय टीम ने अपनी पहली पारी में 329 रन बनाए। अजहरुद्दीन में मैच में तेज तर्रार शतक लगाया। उन्होंने 74 बॉल में सैंचुरी लगाई और कुल 107 रन बनाए। इसके साथ ही उन्होंने 1986-87 में बनाए गए कपिल देव के रिकॉर्ड को तोड़ा। 132 मिनट की पारी के दौरान अजहरुद्दीन ने 18 चौके और 1 छक्का लगाया। भारत 329 रन से इस मैच को हारा। # कपिल देव te main वर्ल्ड कप विजेता टीम के कप्तान कपिल देव इस फेहरिस्त में पहले नंबर पर है। उनके नाम भारतीय बल्लेबाजों की ओर से सबसे तेज शतक लगाने का रिकॉर्ड है। कपिल देव ने ये शानदार पारी 1986-87 की श्रीलंका सीरीज के दौरान खेली। कपिल देव ने 74 बॉल में ये पारी खेली। कानपुर के ग्रीन पार्क में खेले गए मैच की पहली पारी में श्रीलंका ने 420 रन बनाए। कपिल देव ने पहली पारी में 2 विकेट भी अपने नाम किए। दूसरी पारी में कपिल देव ने 74 बॉल में शतक लगाए और 165 बॉल में 163 रन बनाए। 240 मिनट की पारी के दौरान उन्होंने 19 चौके और 1 छक्का लगाया। एक शानदार बॉलर होने के अलावा कपिल देव एक धाकड़ बल्लेबाज भी थे। उन्होंने अपने टेस्ट करियर के दौरान 7वें नंबर पर बल्लेबाजी की।