टेस्ट क्रिकेट में 5 सबसे तेज तिहरे शतक

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जब करूण नायर ने अपना पहला टेस्ट शतक जड़ा तब कमेंट्री के दौरान माइकल अर्थटन ने कहा था कि आप टेस्ट शतक बनाने का जो सपना देखते हैं उसके पीछे आपकी वर्षों की प्रैक्टिस और मेहनत होती है। शायद नायर को भी इस बात का अंदाजा नहीं होगा कि वो चेन्नई टेस्ट में इस तरह एक बाद एक रिकॉर्ड तोड़ेंगे वो भी उस टेस्ट मैच में जिसमें टीम इंडिया टेस्ट क्रिकेट में अपना सबसे बड़ा स्कोर बनाएगी। करूण नायर रिकॉर्ड बुक में अपना नाम दर्ज कराते हुए वीरेंद्र सहवाग के बाद दूसरे ऐसे भारतीय क्रिकेटर बने हैं। जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक जड़ा है। नायर ने तीसरा सबसे बड़ा तिहरा शतक जड़ा उनसे पहले गैरी सोबर्स ने नाबाद 365 रन बनाए हैं और आर बी सिंपसन ने 311 रन नायर तिहरा शतक जड़ने वाले छठे सबसे युवा खिलाड़ी हैं। वो भी उन्होंने तिहरा शतक अपने तीसरे ही टेस्ट में लगाया है। हालांकि ऐसा नहीं था कि नायर कप्तान कोहली की पहसी पसंद थे। उन्हें टेस्ट टीम में प्लेइंग इलेवन में जगह चोटिल खिलाड़ियों की वजह से मिली थी। हालांकि इन सबके बीच नायर के तिहरे शतक की खास बात ये कि अपनी इस पारी के दौरान उन्होंने एक बार भी अपना फोकस नहीं खोया। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में अबतक 30 बार तिहरे शतक बने हैं। जिनमें 27 की जानकारी हमारे पास है कि कितनी गेंदों में बल्लेबाज तिहरे शतक के लैंडमार्क तक पहुंचे हैं। उनमें से युवा करूण नायर ने चौथी सबसे तेज ट्रिपल सेंचुरी बनाई चलिए नजर डालते हैं 5 सबसे तेज तिहरों शतकों पर जो सबसे कम गेंदों पर बनाई गई। #1 वीरेंदर सहवाग - 278 गेंद, 2008, चेन्नई वीरेंदर सहवाग की ये पारी इसलिए भी याद की जाती है कि 300 रन का ये जादुई आंकड़ा छूने के दौरान सहवाग का स्ट्राइक रेट 100 से ज्यादा का रहा। सहवाग ने 304 गेंदों में 319 रन जड़े इस दौरान सहवाग ने 104.93 के स्ट्राइक रेट से 42 चौके और 5 गगनचुंबी छक्के भी लगाए। सहवाग की इस ट्रिपल सेंचुरी की खास बात ये भी थी कि सहवाग ने ये शतक उस समय लगाया था जब टीम इंडिया साउथ अफ्रीका के 540 रन का विशाल स्कोर के दबाव में थी। सहवाग का ये तिहरा उस समय के सर्वश्रेष्ठ बॉलिंग अटैक के खिलाफ आई। सहवाग ने उस समय डेस स्टेन, मोर्ने मोर्कल, मखाया नितिन और जैक कैलिस जैसे गेंदबाजों की जमकर धुनाई की। सहवाग के तिहरे शतक के बाद इस मैच में राहुल द्रविड़ ने भी 111 रन की शतकीय पारी खेली थी। जबकि इसके बाद तीसरा सर्वश्रेष्ठ स्कोर 39 रन था। जिससे सहवाग की इस पारी की अहमियत पता चलती है। पहली पारी में दक्षिण अफ्रीका के 500 से ज्यादा रन बनाने के बाद भी टीम इंडिया इस मैच को ड्रॉ करवाने में कामयाब रही। #2 मैथ्यू हेडेन - 362 गेंद, 2003, पर्थ matthew-hayden-2003-perth-1482208994-800 टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ा स्कोर मैथ्यू हेडेन के नाम दर्ज है। मैथ्यू हेडेन में जिम्बाब्वे के खिलाफ पर्थ में 437 गेंदों में 380 रन की पारी खेली। अपनी पारी के दौरान हेडेन ने 38 चौके और 11 छक्के जड़े। जिसके चलते ऑस्ट्रेलिया ने जिमबाब्वे के कमजोर गेंदबाजी अटैक के खिलाफ 6 विकेट के नुकसान पर 735 रन पर पारी घोषित की। एडम गिलक्रिस्ट ने भी आखिर में धुआंधार शतकीय पारी खेली। मैथ्यू हेडेन ने 86.95 के स्ट्राइक से 380 रन बनाए थे। उस समय ये सबसे तेज बनाया गया तिहरा शतक था। जिसे बाद में सहवाग ने तोड़ा। #3 वीरेंदर सहवाग-364 गेंद, 2004, मुल्तान virender-sehwag-multan-1482209187-800 वीरेंदर सहवाग ने चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान के खिलाफ उन्हीं के घर में अपना पहली ट्रिपल सेंचुरी बनाई। हालांकि मुल्तान टेस्ट कप्तान राहुल द्रविड़ के उस फैसले के लिए भी याद किया जाता है जब उन्होंने भारतीय पारी उस समय घोषित की जब सचिन तेंदुलकर 194 रन पर नाबाद थे। वीरेंदर सहवाग ने इस मैच में 82.40 की स्ट्राइक.रेट से 39 चौकों और 6 छक्कों की मदद से 309 रन बनाए थे। इस मैच में सहवाग ने सचिन के साथ मिलकर 336 रन की साझेदारी की। सहवाग की इस पारी के आगे पाकिस्तान का शानदार बॉलिंग अटैक भी पस्त पड़ गया। जिसमें शोएब अख्तर, मोहम्मद शमी और सकलेन मुश्ताक शामिल थे। वीरेंदर सहवाग की इस ट्रिपल सेंचुरी की हाई लाइट ये थी कि सहवाग ने छक्का मारकर तिहरा शतक पूरा किया था। जब सहवाग 295 रन पर नाबाद थे, तब उन्होंने सकलेन मुश्ताक की गेंद पर शानदार छक्का जड़ा। आखिरकार भारतीय टीम इस मैच को पारी और 52 रन से जीतने में कामयाब रही। भारत ने इस मैच में 161.5 ओवर में 675 रन बनाए थे। #4 करूण नायर- 381 गेंद, 2016, चेन्नई karun-nair-300-1482209344-800 करूण नायर का तिहरा शतक उन चार तिहरे शतकों में शामिल है। जो नंबर 5 या फिर उसके नीचे के बल्लेबाज ने लगाया है। इस लिस्ट में नायर का साथ दे रहे हैं डॉन ब्रैडमैन, माइकल क्लार्क और ब्रैंडन मैकलम। इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई में नायर ने 381 गेंदों में नाबाद 303 रन बनाए। अपनी इस पारी के दौरान नायर ने 79.52 के स्ट्राइक रेट से 32 चौके और 4 छक्के भी लगाए। साथ ही नायर ने इस दौरान ज्यादातर एक रन, दो और तीन रन भी दौड़ कर बनाए जो फिटनेस को साबित करता है। नायर ने पहले ही दिन 232 रन बना लिए थे। करूण नयार ने अपना शतक 185 गेंदों में पूरा किया। इसके बाद दोहरा शतक उन्होंने 306 गेंदों में पूरा किया। जबकि अपनी ट्रिपल सेंचुरी पूरी करने के लिए नायर ने सिर्फ 76 गेंदों का सामना किया। जिसमें उन्होंने 10 चौके और 3 छक्के भी लगाए। हालांकि नायर की किस्मत भी अच्छी थी कि चौथे दिन भी पिच से इंग्लैंड के गेंदबाजों को उतनी मदद नहीं। #5 क्रिस गेल -339 गेंद, 2010, गॉल chris-gayle-galle-1482209402-800 क्रिस गेल टेस्ट क्रिकेट में दो ट्रिपल सेंचुरियां लगाने वाले सिर्फ चौथे क्रिकेटर हैं। क्रिस गेल ने अपना तिहरा शतक अजंता मेंडिस की गेंद पर चौका जड़ कर पूरा किया। गेल ने 76.20 की स्ट्राइक.रेट से 437 गेंदों पर 333 रन बनाए। बाद में 333 ही गेल की जर्सी का नंबर भी बना। हालांकि इस मैच में वेस्टइंडीज 580 रन बनाने में कामयाब रहा और मैच ड्रॉ पर खत्म हुआ। गेल ने अपनी 333 रन की पारी के दौरान 34 चौके और 9 छक्के जड़े। गेल का ये स्कोर किसी भी बल्लेबाज का घर से बाहर पांचवा सबसे बड़ा स्कोर है। हालांकि क्रिस गेल हनीफ मोहम्मद के घर से बाहर किसी भी बल्लेबाज के बनाए गए सबसे बड़े स्कोर से सिर्फ 5 रन से पीछे रह गए। हनीफ मोहम्मद ने घर से बाहर 337 रन बनाए थे।

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