क्रिकेट गेंद और बल्ले का खेल है पर अधिकतर बल्लेबाजी को ज्यादा तवज्जो मिलती है। जहां हमारे में से कोई भी ब्रायन लारा की इंग्लैंड के खिलाफ 400 रनों की पारी नहीं भूलता, वहीं शेन वार्न के 700 विकेट बहुत कम लोगों को याद है। सालों तक प्रसंशकों को गेंदबाजी प्रदर्शन की जगह बल्लेबाजी के चमत्कार याद रहते हैं। एक अच्छा खतरनाक गेंदबाजी स्पेल एक बार में पूरे खेल को बदल देता है। जहां कुछ ने शानदार तरीके से विकेट चटकाए, वहीं दूसरे गेंदबाजों ने ना खेले जाने वाली गेंदों से बल्लेबाजों को परेशान किया। शानदार यॉर्कर्स, खतरनाक बाउंसर्स और तेज गति से विकेट उड़ाए हैं और बेहतरीन क्रिकेट का प्रदर्शन किया है। यहाँ हम आपको बताएँगे ऐसे ही 5 खतरनाक गेंदबाजी स्पेल्स के बारे में:
1. वहाब रियाज़ ने किया शेन वॉटसन को परेशान
यह सच है कि विश्व कप में सबसे शानदार क्रिकेट देखने को मिलता है। पाकिस्तान के वाहब रियाज़ ने हमें 2015 विश्व कप के तीसरे क्वार्टर फ़ाइनल मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इसका सबूत भी दे दिया। पाकिस्तान की बल्लेबाजी हमेशा की तरह 213 रनों पर ढह गई। इतने छोटे स्कोर की रक्षा करने में रियाज़ ने पिच पर आग लगा दी। पूरे विश्व ने एक जोशीले पाकिस्तानी तेज गेंदबाज के द्वारा एक ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज को उँगलियों पर नचाया। रियाज़ की खतरनाक गेंदबाजी ने उन्हें डेविड वार्नर और माइकल क्लार्क का विकेट दिलाया, उसके बाद उन्होंने शेन वॉटसन को अपना निशाना बनाया। उन्हें वॉटसन का विकेट भी मिल जाता अगर मोहम्मद इरफान ने कैच नहीं छोड़ा होता तो। वॉटसन को पहली गेंद पर ही गिरा दिया। वो वाहब के सामने गिरे पर, यह सिर्फ शुरूआत थी। वो वॉटसन के सामने गए, उनके सामने ताली बजाई। अगली गेंद 150 किलोमीटर प्रति घंटे से गेंद की और वॉटसन उस गेंद पर बल्ला भी नहीं लगा सके। अगला ओवर और भी खतरनाक था, जहां वाहब ने वॉटसन पर बाउंसर्स की बरसात कर दी, जिसने वॉटसन की मुश्किल और भी बढ़ा दी। पाकिस्तान मैच हार गया पर रियाज़ के स्पेल के वो 30 मिनट आज भी सबको याद है। वाहब ने उस मैच में 9 ओवर में 52 रन देकर 2 विकेट लिए और वॉटसन को उस मैच में बिना चोटिल हुये बाहर आने के लिए किस्मत का धन्यवाद करना चाहिए।
2. कर्टली एम्ब्रोस के ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1 रन पर 7 विकेट
यह कर्टली एम्ब्रोस का एक जादुई गेंदबाजी स्पेल था। 1 रन देकर 7 विकेट लेने का कोई सोच भी नहीं सकता। यह ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज की 1992-93 की टेस्ट सीरीज का 5वां टेस्ट थे। यह एक नतीजा देने वाला टेस्ट थे पर ऑस्ट्रेलिया के लिए एक गलती बन कर रह गया। एम्ब्रोस ने अपनी 32 गेंदों में महज एक रन दिया और 7 विकेट लिए और पूरी ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी को ध्वस्त कर दिया। यह मैच पर्थ पर हुआ था, जिसे विश्व का सबसे तेज विकेट कहा जाता था। इसलिए लंबे और चौड़े गेंदबाज को वहाँ पर मदद मिली और उन्होंने ऐसा शानदार गेंदबाजी प्रदर्शन किया। उनके इस खतरनाक गेंदबाजी स्पेल में पूरी सटीक लाइन और तेज गति थी। ऐसा लग रहा था जैसे ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को पता ही नहीं चल रहा था की इतनी ऊंचाई और स्विंग के साथ आ रही तेज गेंदों को कैसे खेला जाए। मार्क वॉ, डेविड बून, मर्व ह्यूज, डैमियन मार्टिन कोई भी उन गेंदों को खेल नहीं पाया और वेस्टइंडीज को आसान जीत मिली और वो सीरीज जीत गई।
3. डेल स्टेन के पाकिस्तान के खिलाफ 8 रनों पर 6 विकेट
डेल स्टेन को किसी परिचय की जरूरत नहीं है। वो 400 से ज्यादा विकटों के साथ विश्व के नंबर 1 टेस्ट गेंदबाज है और खेल के सच्चे एम्बेसडर हैं। गेंद के साथ उनका प्रदर्शन और उनकी विकेट लेने की क्षमता लगभग एक दशक तक शानदार रही है। हालांकि पिछले कुछ सालों में उन्होंने काफी शानदार गेंदबाजी के प्रदर्शन किए, पर पाकिस्तान के खिलाफ सनफोइल सीरीज के पहले टेस्ट मैच का पहला स्पेल क्रिकेट का सबसे शानदार शुरूआती स्पेल माना जाता है। 2013 में डेल स्टेन ने 8.1 ओवर्स में पाकिस्तान के खिलाफ महज 8 रन देकर 6 विकेट चटकाए थे। पाकिस्तान अपने सबसे कम टेस्ट स्कोर 49 रनों पर ऑल-आउट हो गई थी। तेज गेंदबाज स्टेन उस समय आग उगल रहे थे। वो तेज गेंदबाजी की उपयुक्त हालत का अच्छा फायदा उठाते हुये, गेंद को सही जगह पटक रहे थे और दोनों तरफ स्विंग करा कर बल्लेबाजों को परेशानी में डाल रहे थे। स्टेन ने 6 विकेट लेकर पाकिस्तानी बल्लेबाजी को हिला दिया, और विश्व को एक शानदार तेज गेंदबाजी और स्विंग का प्रदर्शन देखने को मिला।
4. शेन बॉन्ड के ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 6/23
शेन बॉन्ड न्यूजीलैंड के सबसे शानदार तेज गेंदबाज रहे है, और 2001 में टेस्ट में आने के बाद वो ऑस्ट्रेलिया में भी प्रसिद्ध हो गए। वो हमेशा अपने पड़ोसी देश के लिए अपना बेहतरीन प्रदर्शन बचा के रखते थे। जब इन दोनों टीमों का 2003 विश्व कप के सुपर सिक्स स्टेज में मुक़ाबला हुआ, तब भी ऐसा ही हुआ। बॉन्ड ने रिकॉर्ड्स में दो जगह अपना नाम दर्ज करवाया। उन्होंने अपने कैरियर सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी स्पेल 23 रनों पर 6 विकेट का डाला और यह एकदिवसीय में हारने वाली टीम के किसी भी गेंदबाज का दूसरा सबसे अच्छा स्पेल थे। ऑस्ट्रेलिया को पहले बल्लेबाजी पर बुलाकर न्यूजीलैंड ने बॉन्ड की मदद से जल्दी विकेट लिए। उन्होंने एडम गिलक्रिस्ट को विकेट के आगे पगबाधा आउट करने से पहले तीसरे ओवर में हेडन को विकेट के पीछे कैच करवाया। अपने दोहरे अंकों तक पहुँचने से पहले ही रिकी पोंटिंग भी स्लिप में आउट होकर वापस चले गए और 31 रनों पर 3 विकेट खोकर ऑस्ट्रेलिया मुश्किल में आ गई। पूरे समय बॉन्ड तेज और सटीक गेंदबाजी कर रहे थे, पूरा समय वो लगातार 145 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से और स्विंग के साथ गेंदबाजी कर रहे थे। न्यूजीलैंड मैच नहीं जीत पाया, पर उनका यह स्पेल ना भूलने वाला था। अपने चोटों से प्रभावित कैरियर में बॉन्ड ने लगातार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया है। उनके 147 एकदिवसीय विकेटों में से 44 विकेट 15.79 की औसत से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ है।
5. इरफान पठान के पाकिस्तान के खिलाफ 5/61
बाएँ हाथ के भारत के मध्यम गति के तेज गेंदबाज 2003 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने पहले मैच से ही सुर्खियों में थे। उनकी गेंद को स्विंग कराने की प्रतिभा ने उन्हें प्रसिद्धि दिलाई। कराची का नेशनल स्टेडियम अपने पैरों पर था जब पठान ने भारतीय क्रिकेट इतिहास का सबसे शानदार स्पेल वहाँ डाला था। 2006 में पाकिस्तान के दौरे पर पठान ने कराची में तीसरे टेस्ट मैच के पहले ही ओवर में हैट्रिक लेकर विरोधी टीम को ध्वस्त कर दिया। यह उनकी स्विंग गेंदबाजी का कमाल था, जिससे पाकिस्तान ने बिना रन बनाए 3 विकेट खो दिये थे। उन्होंने अपनी चौथी, पाँचवीं और छठी गेंद पर विकेट लिए। वो हरभजन सिंह के बाद टेस्ट में हैट्रिक लेने वाले दूसरे भारतीय बल्लेबाज बने। उनकी इसी शानदार गेंदबाजी ने उन्हें इस पारी के अंत में 61 रनों पर 5 विकेट दिलवाए। लेखक- इंद्रसेन मुखोपध्याय, अनुवादक- आदित्य मामोड़िया