हाल ही में बीसीसीआई के अध्यक्ष पद की कुर्सी संभालने वाले अनुराग ठाकुर ने टीम इंडिया के कोच पद के आवेदन मांगने का इरादा ज़ाहिर किया था। बीसीसीआई के वादे के मुताबिक अभी भी उसके विज्ञापन का इंतज़ार है। भारत के ज़िम्बाब्वे टूर के लिए संजय बांगर को टीम का अंतरिम कोच बनाया गया। नज़र डालते है टीम के कोच के उम्मीदवारों पर: 1 स्टीफन फ्लेमिंग न्यूज़ीलैंड के पूर्व कप्तान भारतीय क्रिकेट और भारतीय क्रिकेटर्स को अच्छे तरीके से जानते है। उनका रिकॉर्ड न्यूज़ीलैंड के कप्तान के रुप में भी शानदार है, जो दिखाता है कि वो गेम को कितनी अच्छे तरीके से समझते हैं। कोच के रूप में भी उनका प्रदर्शन शानदार रहा है, खासकर एमएस धोनी के साथ। फ्लेमिंग ने चेन्नई की कोचिंग करते हुए उन्हें दो बार आईपीएल का खिताब जिताया हैं। इस साल मेलबर्न स्टार्स के कोच रहते हुए वो टीम को सेमीफ़ाइनल तक ले गए थे। फ्लेमिंग के ऊपर भारत के लिमेटेड ओवर्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का भी भरोसा है, जो उनके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। डेनियल विटोरी स्टीफन फ्लेमिंग की तरह विटोरी भी भारत के कोच बनने के अच्छे उम्मीदवार है। वो इस समय रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के कोच है और भारतीय खिलाड़ियो की मानसिकता से अच्छी तरीके से वाकिफ भी है। विटोरी काफी समय से आरसीबी के साथ जुड़े हुए है और उनका विराट कोहली के साथ तालमेल भी काफी अच्छा हैं। कभी ना कभी तो विराट को टीम का तीनों फॉरमैट में कप्तान बनना ही हैं, तो इन दोनों की जोड़ी इंडिया के लिए भी अच्छी साबित हो सकती हैं। रिकी पोंटिंग जबसे रिकी पोंटिंग मुंबई इंडियंस के कोच बने है, मानो टीम की किस्मत ही बदल गई हो। पोंटिंग का प्रभाव टीम पर काफी अच्छा पडा है। पोंटिंग युवा खिलाड़ियों को तराशते है और खेलने की आज़ादी देते हैं। पाण्ड्या ब्रदर्स के टैलेंट का सामने आना पोंटिंग की ही देन हैं। पोंटिंग के गेम की अच्छी समझ है, जो दिखता भी है। उन्हें मैच को जीतना आता है, साथ ही में वो टीम को लड़ना सिखाते हैं। उनके आने से नेशनल टीम को काफी बूस्ट मिल सकता हैं। जेसन गिलेस्पी जेसन गिलेस्पी के यॉर्कशायर क्लब के साथ जुडते ही, उन्होने टीम की किस्मत ही बदल दी। उनके कोच रहते टीम ने दो बार काउंटी चैंपियनशिप जीती और इस साल भी शानदार आगाज किया। गिलेस्पी का नाम इंग्लैंड के हेड कोच के रूप में उभर रहा था, पर वहा उनकी बात नहीं बनी। जेसन इस समय ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजी कोच के रूप में उनके साथ हैं। उनके भारत में खेलने के अनुभव को देखते हुए, वो टीम के अच्छे कोच साबित हो सकते हैं। पैडी अप्टन साउथ अफ्रीका में जन्मे अप्टन को उनकी कोचिंग और टीम को संभालने के लिए जाना जाता है। उनका शांत स्वभाव उनकी सबसे बड़ी ताकत है। पैड़ी साउथ अफ्रीका क्रिकेट टीम और वेस्टर्न केप प्रोविन्स रग्बि टीम के फ़िटनेस ट्रेनर भी रहे हैं। साथ ही में वो भारतीय क्रिकेट टीम के मेंटल कंडिशनिंग कोच भी रहे है, जिसने 2011 में विश्व कप जीता और जो टेस्ट क्रिकेट में नंबर 1 टीम बनी। वो राजस्थान रॉयल्स के भी कोच रहे है, इनके रहते वहा से कई युवा खिलाड़ी आगे आए। अप्टन की कोचिंग के अंदर सिडनी थनडर्स ने इस साल बिग बैश लीग का खिताब अपने नाम किया। वो इस पोस्ट के लिए डार्क हॉर्स में से हैं। लेखक- मनीष पाठक, अनुवादक- मयंक महता