5 बड़े क्रिकेटर जिनका आईसीसी नॉकआउट मैचों में रिकॉर्ड खराब है

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बड़े टूर्नामेंट्स में कई बार बड़ा सा बड़ा खिलाड़ी भी दबाव के आगे बिखर जाता है। खासकर जब कई लोगों की उम्मीदें आप पर टिकी होती हैं तब कई बार खिलाड़ी उन उम्मीदों के बोझ तले ही दब जाता है और अपना सर्वश्रेष्ठ नहीं दे पाता है। अगर आईसीसी नॉकआउट मैचों की बात आती है तो कई बार हमें सबसे पहले महेंद्र सिंह धोनी और गौतम गंभीर का नाम याद आता है, जिन्होंने 2011 विश्व कप के फाइनल में दबाव के समय संघर्षपूर्ण पारियां खेल भारत को मैच जिताया था। इसके अलावा मार्लोन सैमुअल्स द्वारा टी-20 विश्व कप के फाइनल में खेली गई पारी को नहीं भूलाया जा सकता है। लेकिन इस लेख में हम उन खिलाड़ियों की चर्चा करेंगे जिनका करियर रिकॉर्ड शानदार होने के बावजूद आईसीसी नॉकआउट मैचों में रिकॉर्ड खराब रहा है। (नोट: इस लेख में हाल के आईसीसी टी-20 विश्व कप, विश्व कप और आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी नॉकआउट मैचों का रिकॉर्ड लिया गया है।) ब्रेंडन मैकलम न्यूजीलैंड के बेहतरीन कप्तानों में से एक ब्रेंडन मैकलम ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 14,000 से अधिक रन बनाए हैं। उन्होंने अपनी कप्तानी में 2015 में खेले गए विश्व कप में अपने देश को पहली बार फाइनल में पहुंचाया, लेकिन फाइनल में वह डक पर आउट हो गए। जबकि इससे पहले मैकलम ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सेमीफाइनल में 59 रन की शानदार पारी खेली थी। लेकिन फाइनल के दबाव के आगे वह भी नहीं टिक सके। दरअसल मैकलम का आईसीसी नॉकआउट मैचों में रिकॉर्ड बहुत ही खराब है। आईसीसी टूर्नामेंट के नाकाउट मैचों में कम से कम 100 रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में उनका औसत (13.20) सबसे खराब है। 10 नॉकआउट मैचों में मैकलम के नाम केवल एक अर्धशतक है जबकि वह 3 बार डक पर आउट हुए हैं। विश्व कप के नॉकआउट मैचों में मैकलम का रिकॉर्ड विशेष रूप से निराशाजनक है। विश्व कप के नौ नॉकआउट मैचों में मैकलम ने 11.77 के औसत से सिर्फ 106 रन बनाए हैं। हालांकि इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 100 से ऊपर का रहा है, लेकिन वे तीन बार शून्य पर भी आउट हुए हैं। अनिल कुंबले Enter अनिल कुंबले भारत के सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। उन्होंने टेस्ट मे 500 और वनडे में 300 से अधिक विकेट लिए हैं। इसमें कोई शक नहीं कि वह भारत के सर्वश्रेष्ठ स्पिनर हैं। फिर भी विश्व कप के नॉकआउट मैचों में उनका रिकॉर्ड उनकी महानता को कतई नहीं दर्शाता, जबकि विश्व कप में उनका रिकॉर्ड शानदार रहा है। कुंबले ने विश्व कप के चार संस्करणों में कुल 18 मैच खेला है और सिर्फ 22.83 के औसत व 33.5 की स्ट्राइक रेट से 31 विकेट लिया है। इन 18 मैचों 9 मैच नॉकआउट का रहा है जिसमें कुंबले 41.40 की खराब औसत और 50 से अधिक के स्ट्राइक रेट से सिर्फ 10 विकेट ले पाए हैं। परिस्थितियां चाहे जो भी रही हों, लेकिन कुंबले का आईसीसी नॉकआउट मैचों का यह रिकॉर्ड उनके चमकदार कैरियर पर एक दाग लगाता है। इंजमाम-उल-हक Inzamam's record is a World Cup winner but doesn't have a great record in ICC knockout matches इंजमाम-उल-हक पाकिस्तान के सबसे महान बल्लेबाज़ों में से एक हैं। वह क्रिकेट के इतिहास में उन 10 बल्लेबाजों में से एक हैं, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 20,000 रन बनाए हैं। वह इस सूची में शामिल होने वाले एकमात्र पाकिस्तानी बल्लेबाज हैं। इंजमाम के नाम एकदिवसीय मैचों में 11,000 से अधिक रन दर्ज हैं, लेकिन आईसीसी नॉकआउट मैचों में उनका रिकॉर्ड कुछ खास नहीं है। उन्होंने पांच विश्व कप खेले हैं लेकिन इस टूर्नामेंट में उनका रिकॉर्ड खराब रहा है। विश्व कप के 35 मैचों में उन्होंने 23.90 के खराब औसत से सिर्फ 717 रन बनाए हैं जो उनके करियर औसत से काफी कम है। वहीं 8 नॉकआउट मैचों में इंजमाम के नाम 25.16 के औसत से सिर्फ 151 रन दर्ज हैं, जिसमें सिर्फ एक अर्धशतक शामिल है। इंजमाम का यह रिकार्ड दिखाता है कि सबसे अच्छा भी हमेशा अचूक नहीं होता। लसिथ मलिंगा Malinga is the leading wicket-taker in ICC tournaments लसिथ मलिंगा के एकदिवसीय मैचों में 300 से अधिक विकेट हैं। वहीं टी-20 में वह दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ी हैं। उन्होंने अपनी कप्तानी में श्रीलंका को टी-20 विश्व कप का खिताब भी जिताया है। उनके नाम आईसीसी टूर्नामेंट्स में सर्वाधिक विकेट (106 विकेट) लेने का रिकॉर्ड भी दर्ज है। लेकिन इस महान खिलाड़ी का नॉकआउट मैचों में कुछ खास रिकॉर्ड नहीं रहा है। शाहिद अफरीदी एकमात्र ऐसे गेंदबाज है जिनके पास अंतरराष्ट्रीय टी-20 और टी-20 विश्व कप दोनों में मिलाकर मलिंगा से अधिक विकेट हैं। लेकिन टी-20 विश्व कप के नॉकआउट मुकाबलोंं में मलिंगा का रिकॉर्ड उनके करियर रिकॉर्ड से बहुत ही नीचे चला जाता है। मलिंगा ने जहां टी-20 विश्व कप के में 31 मैचों में केवल 20 के औसत से 38 विकेट लिए हैं, वहीं सात नॉकआउट मैचों में यह औसत बढ़कर 44 हो जाता है और इन सात नॉकआउट मैचों में मलिंगा सिर्फ चार विकेट ले पाए हैं। अगर एकदिवसीय मैचों को मिलाकर बात करें तो मलिंगा ने सात आईसीसी नॉकआउट मुकाबलों में 31 की औसत से 10 विकेट लिए हैं, जो कि विश्व कप में तीसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज के लिए कुछ खास नहीं है। कुल मिलाकर आईसीसी नॉकआउट मैचों में मलिंगा ने 14 मैचों में 34.71 के औसत से सिर्फ 14 विकेट लिए हैं, जो कि उनके शानदार रिकॉर्ड और क्षमता से कतई मेल नहीं खाता। एबी डीविलियर्स <p/> एबी डीविलियर्स वर्तमान युग के महानतम क्रिकेटरों में से हैं। विश्व के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी आक्रमण की भी बखिया उधेड़ने की उनकी क्षमता उन्हें सबसे खतरनाक क्रिकेटरों में से एक बनाती है। 360 डिग्री यानी चारों दिशाओं में शॉट खेलने वाले डिविलियर्स को गेंदबाजी करना लगभग नामुमकिन सा है। वह एकदिवसीय मैचों में 5000 से अधिक रन बनाने वाले उन पांच बल्लेबाजों में से एक है जिनका औसत 50 से अधिक है। जबकि विश्वकप के नॉकआउट मैचों में उनकी औसत घटकर सिर्फ 28.66 हो जाती है। एकदिवसीय मैचों में 24 शतक और 53 अर्धशतक बनाने वाले इस बल्लेबाज के पास आईसीसी नॉकआउट मैचों में केवल एक अर्धशतक है। डीविलियर्स ने खेले अब तक आठ नॉकआउट मैचों में 28.66 की औसत से सिर्फ 172 रन बनाए हैं। क्रिकेट के ढेर सारे रिकॉर्ड रखने वाला यह खिलाड़ी आने वाले आईसीसी टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन कर जल्द से जल्द इस सूची से बाहर आना चाहेगा। मूल लेखक - श्रीहरि अनुवादक एवं संपादक - सागर

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