पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरूद्दीन यूं तो अपने खेल से ज्यादा अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर चर्चा में रहे है लेकिन इस बात में कोई दो राय नहीं कि वो देश के महानतम प्लेर्यस में से एक है। 1985 में बेस्ट इंडियन क्रिकेटर का खिताब पाने वाले मोहम्मद अजहरुद्दीन अपनी कलाइयों के इस्तेमाल के लिए जाने जाते है। अपने करियर के 99 टेस्ट मैचों में 45.03 के औसत से 22 शतक लगाए लेकिन रणजी में इनका रिकॉर्ड कहीं न कहीं साथ नहीं देता। मोहम्मद अजहरुद्दीन उन खिलाडियो में शामिल हैं जिनकी टीम आज तक रणजी नहीं जीत पाई। मोहम्मद अजहरुद्दीन ने 1981 में हैदराबाद की तरफ से रणजी में डेब्यू किया। रणजी खेलने के तीसरे साल में ही सेलेक्शन नेशनल के लिए हो गया। और साल 2000 तक रणजी के लिए खेलते रहे। लेकिन टीम को जीत न दिला सके वहीं साल 2000 में ही मैच फिक्सिंग के आरोपो में फंसने के बाद मोहम्मद अजहरुद्दीन का क्रिकेट करियर खत्म हो गया।