# ज़हीर खान
कपिल देव के बाद निश्चित ही ज़हीर खान इंडिया के सबसे सफल तेज़ गेंदबाज रहे और उन्होंने अपने डेब्यू से ही अपने टैलंट का परिचय भी दिया है।
ज़हीर गेंद को लेट स्विंग भी कराते थे, इसके अलावा वो खतरनाक यॉर्कर्स भी डाल सकते थे। बायें हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ वो काफी खतरनाक साबित होते थे। एंड्रयू स्ट्रॉस और ग्रीम स्मिथ का रिकॉर्ड ज़हीर खान के खिलाफ बहुत ही खराब हैं, जो उनकी असल क्षमता भी दिखाता है।
जैसे-जसे वो मैच्योर होते गए, उनकी टीम में इज्ज़त भी काफी बढ़ गई और उन्हें एक सीनियर खिलाड़ी के तौर पर देखा जाने लगा। वो हमेशा ही युवा गेंदबाजों से बात करते थे और उन्हें सही से समझाते भी थे। उन्हें गेंदबाजों का कप्तान भी कहा जाता था, यह टाइटल उन्हें खुद कप्तान एमएस धोनी ने दिया था। हालांकि उन्होंने खुद को कभी टीम का लीडर नहीं माना, क्योंकि टीम में सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़, अनिल कुंबले और एमएस धोनी शामिल थे।
ज़हीर ने मुंबई की रणजी टीम और दिल्ली डेयरडेविल्स की कप्तानी की हैं। उन्होंने यह साबित भी किया कि उनके अंदर कप्तानी के सारे गुण मौजूद है। अगर उनके पास किसी बल्लेबाज़ के लिए कोई प्लान हो तो, वो उसे आज़माने से नहीं डरते, जोकि एक कप्तान की पहली निशानी होती है।
हालांकि वो कभी भी इंडिया की कप्तानी नहीं कर पाए।