# हरभजन सिंह
अगर प्रसन्ना मास्टर थे, तो हरभजन स्पिन गेंदबाज के तौर पर इंडिया को बहुत आगे लेकर गए।
पंजाब के इस खिलाड़ी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुई 2001 में सीरीज में शानदार करने के बाद से पीछे मुड़कर नहीं देखा है। उन्होंने अपने करियर में अच्छा और बुरा समय दोनों देखे है, लेकिन 269 वनडे और 417 टेस्ट विकेट लेने वाले हरभजन निश्चित ही भारत के मॉडर्न डे के इंडियन क्रिकेट के लेजेंड हैं।
हालांकि उन्हें कभी भी टीम की कप्तानी करने का मौका नहीं मिला है, यहाँ तक जिन दौरों पर टीम के नियमित कप्तान नहीं गए, वहाँ भी उन्हें मौका नहीं मिला है। उनके पास कप्तानी का पूरा अनुभव है, उन्होंने मुंबई इंडियंस और पंजाब रणजी टीम की भी कप्तानी भी की है, लेकिन चयनकर्ताओ ने कभी उन्हें यह मौका नहीं दिया।
Edited by Staff Editor