भारत के पांच महान स्पिनर जिन्हें राष्ट्रीय टीम में कभी मौका नहीं मिला

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#2 पद्माकर शिवालकर

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प्रसिद्ध शिवाजी पार्क जिमखाना की उत्पत्ति पद्माकर शिवालकर एक सफल बाएं हाथ के स्पिनर थे जो रणजी ट्रॉफी में मुंबई का प्रतिनिधित्व करते थे, अपने करियर के दौरान उन्होंने 589 विकेट लिये थे।

मुंबई में 1940 को जन्मे शिवालकर को घरेलू क्रिकेट में विकेट लेने की जादुई तकनीक होने के बावजूद अपने देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका नहीं दिया गया था। बेहद प्रतिभावान स्पिनर शिवालकर भी ऐसे ही एक और खिलाड़ी थे जिन्हें भारत के 60 और 70 के दशक में घातक स्पिन चौकड़ी के कारण एक भी अवसर नहीं मिल सका।

42 बार पांच विकेट के आंकड़े को और 13 बार दस विकेट लेने का कारनामा कर चुके इस गेंदबाज को सेलेक्टर ने कभी राष्ट्रीय टीम की तरफ से खेलने का मौका नहीं दिया।

गोयल के साथ शिवलकर भी बीसीसीआई द्वारा सीके नायडू लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड प्राप्त करेंगे जहां घरेलू क्रिकेट में स्पिनरों की उपलब्धियों का सम्मान किया जायेगा। शिवालकर ने 26 साल के करियर के दौरान 124 मैचों में 19.69 की औसत रही है।