वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान क्लाइव लॉयड अपने जमाने के टेस्ट और वन-डे के शानदार बल्लेबाज़ हुआ करते थे। इसकी पुष्टि आंकड़े करते हैं। वहीं डैरेन सैमी एक आलराउंडर क्रिकेटर रहे हैं। जो निचले क्रम पर बल्लेबाज़ी और मध्यम गति से गेंदबाज़ी करते हैं। इन दो अलग-अलग पीढ़ियों के खिलाड़ियों में सबसे बड़ी समानता है। इनकी कप्तानी में वेस्टइंडीज ने दो-दो बार वर्ल्डकप जीता है। जिसमें एक ने वन-डे में तो दूसरे ने टी-20 में यह मुकाम हासिल किया है। लॉयड की कप्तानी में वन-डे वर्ल्डकप 1975 और 79 में और सैमी की कप्तानी में 2012 और 2016 में विंडीज ने खिताबी जीत हासिल की।