एक और त्रिकोणीय श्रृंखला में भारत और श्रीलंका के बीच कांटे की टक्कर हुई थी। भारत को यह मैच जीतने के लिए केवल 202 रनों की दरकार थी। श्रीलंका के बाद बल्लेबाज़ करने उतरी भारतीय टीम के शीर्ष क्रम के बल्लेबाज़ो को सस्ते में ही खो दिया थी। धवन और कोहली जैसे बल्लेबाज़ों के जल्दी आउट हो जाने के बाद भारत का स्कोर 4 विकेट के नुक्सान पर 139 रन हो गया था। इसके बाद बल्लेबाज़ी करने आये धोनी ने रैना के साथ मिलकर पारी को संभालने की कोशिश की लेकिन एक समय पर स्कोर 167/8 हो गया था और अब सारा दारोमदार कप्तान धोनी पर आ गया था। धोनी ने कप्तानी पारी खेलते हुए भारत को यह मैच जीता दिया था। आखिरी ओवर में भारत को जीतने के लिए 15 रन चाहिए थे और धोनी ने 2 छक्के और 1 चौका लगाकर भारत को जीत दिला दी।