33 बनाम ऑस्ट्रेलिया, एडिलेड ( नवंबर 2012)
यह फाफ डू प्लेसी का पहला मैच था और ऑस्ट्रेलिया इसे प्रोटियाज़ को बुरी वाली हार देकर क्रिकेट में उनका स्वागत करता चाहता था। तीन शतक जिसमें माइकल क्लार्क का दोहरे शतक भी शामिल था इसके साथ कंगारुओं ने 3 सत्रों में 550 रनों का पहाड़ खड़ा कर दिया।वहीं ग्रीम स्मिथ के बेहतरीन शतक और मैच में अपना डेब्यू करने वाले फाफ डू प्लेसी के शानदार 78 रनों के साथ दक्षिण अफ्रीका ने बढ़िया जवाब दिया। हालांकि लगातार विकेट गिरने की वजह से दक्षिण अफ्रीका 388 रनों पर सिमट गया और कंगारुओं को 162 रन की अच्छी खासी बढ़त प्राप्त हो गयी। जब ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी पारी 267/8 पर घोषित की, तो दक्षिण अफ्रीका लगभग मैच से बाहर हो चुका था क्योंकि उन्हें मैच जीतने के लिए 430 के लक्ष्य को पार करना था या ड्रॉ करने के लिए साढ़े चार सत्रों तक क्रीज पर टिके रहना था। जो दक्षिण अफ्रीका के लिए मुश्किल चुनौती थी। फिर वहीं हुआ जिसका डर था नाथन लॉयन, बेन हिल्फेनहॉस और पीटर सिडल ने 20 ओवरों में दक्षिण अफ्रीका का स्कोर 4 विकेट पर 45 रन पहुंचा दिया और ऑस्ट्रेलिया 4 दिनों के भीतर मैच को खत्म करने की उम्मीद कर रहा था। लेकिन एबी अपने दोस्त फाफ डू प्लेसी के साथ मिलकर 89 रनों की साझेदारी की और 68 ओवर का सामना किया। जब तक उन्हें आउट किया गया, तब तक उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी की कमर तोड़ दी थी। डीविलियर्स ने 220 गेंदों का सामना करते हुए महत्वपूर्ण 33 रन बनाये। जैक कैलिस के साथ अपनी साझेदारी में फाफ डू प्लेसी ने अपनी दूसरी पारी में शतक बना दिया और दक्षिण अफ्रीका ने एक हारे हुए मैच को ड्रॉ पर समाप्त किया। लेखक- अनुपम ठाकुर अनुवादक- सौम्या तिवारी