हमने क्रिकेट में जॉन्टी रोड्स की बेहतरीन फील्डिंग का नजारा देखा है लेकिन आपको बता दें कि भारत की हर गली में एक जॉन्टी जैसा फील्डर रहता है। जिन्होंने ईंट पर निशाना साध कर सफलता हासिल की है गली क्रिकेट की ट्रेनिंग ही फील्डिंग का भविष्य तैयार करता है। जब दोनों बल्लेबाज रन भागते है तो उनकी नजरें विकेट पर कम और गेंद पर ज्यादा होती है। ऐसे ही जब फील्डर के पास गेंद आती है तो उसकी निगाहें विकेट पर निशाना लगाने के लिए तैयार रहती है। फील्डर काफी बहादुर होते हैं शायद ही कभी कैच गिराते हैं क्योंकि वो खुद जानते है कि उनकी भूमिका क्रिकेट के फील्ड पर कितनी अहम है। यहीं नहीं फील्डिंग क्रिकेट की सबसे बड़ी ताकत है और खिलाड़ी हमेशा विरोधियों को रन आउट या फिर डाइव लगाकर रन रोकने की कोशिश में रहता है। अंतर्राष्ट्रीय फील्डर्स को गली क्रिकेट का फायदा मिलाता है जिससे वो टेस्ट क्रिकेट में शॉर्टलेग जैसी पोजिशन पर खड़े होते है। अपना पूरा ध्यान सिर्फ फील्डिंग पर लगाते है और गली क्रिकेट का यही योगदान है कि हमारे पास अच्छे फील्डर्स ,गेंदबाज और बल्लेबाज अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट का आज नाम रोशन कर रहे हैं।