हैट्रिक मुश्किल से आती हैं और क्रिकेट में बहुत असामान्य हैं। अच्छी गेंदबाज़ी के अलावा, भाग्य भी इस उपलब्धि को पूरा करने के लिए गेंदबाज के पक्ष में होना चाहिए। अधिकांश समय, एक हैट्रिक विपक्ष की बल्लेबाजी लाइनअप की रीढ़ की हड्डी को तोड़ने के लिए पर्याप्त साबित होती है।
यदि कोई गेंदबाज हैट्रिक विकेट लेने में सफल होता है तो अमूमन जीतने वाली टीम की ओर से मैच खत्म करता है। हालांकि, ऐसे भी उदाहरण सामने आए हैं जब गेंदबाज की यह उपलब्धि अपनी टीम को जीत नहीं दिला सकी, जो कि गेंदबाज़ के नजरिए से बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।
आइए नजर डालते हैं ऐसे ही 5 हैट्रिक पर जो अपनी टीम को जीत नहीं दिला सके।
# 1 इरफान पठान बनाम पाकिस्तान- 2006
पाकिस्तान की टीम को इरफान पठान की स्विंग गेंदबाजी का सामना करना पड़ा, जब भारत ने 3 टेस्ट मैचों की टेस्ट श्रृंखला के लिए पाकिस्तान का दौरा किया। कराची में तीसरे टेस्ट की पहली पारी में बड़ौदा में जन्मे इस तेज गेंदबाज ने अपनी लगातार 3 गेंदों पर 3 पाकिस्तानी बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई।
सलमान बट्ट, कप्तान यूनुस खान और मोहम्मद यूसुफ पठान की स्विंग में फंस गए। बट्ट ने एक दूर जाती गेंद पर अपना बल्ला अड़ा दिया और गेंद बल्ले का किनारा लेकर सीधा फील्डर के हाथ में चली गई। दूसरी गेंद पर उन्होने कप्तान यूनुस खान को पगबाधा आउट किया
उनकी हैट्रिक गेंद एक बेहतरीन गेंद थी और वह यूसुफ के बल्ले को छुते हुए और स्टंप पर जा लगी। हालांकि पाकिस्तान ने इसके बाद शानदार वापसी की।
शोएब अख्तर, मोहम्मद आसिफ और अब्दुल रज्जाक की तिकड़ी ने भी दोनों पारी में भारत को प्रतिबंधित करने के लिए नियमित अंतराल पर विकेट लिए थे। आखिरकार भारत को अपने चिर प्रतिद्वंदी से341 रनों से हार का सामना करना पड़ा।
# 2 स्टीवन फिन बनाम ऑस्ट्रेलिया- 2015
ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड ने मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में 2015 के विश्व कप के दूसरे मुकाबले में एक दूसरे का सामना किया, जो कि ऑस्ट्रेलियाई टीम ने बड़े अंतर से जीता था। हालांकि स्टीवन फिन ने ऑस्ट्रेलिया की पारी के आखिरी तीन गेंद में तीन विकेट लिए थे और अपनी टीम को खुश होने का एक मौका दिया।
ब्रैड हैडिन ने लम्बा छक्का मारने का प्रयास किया, लेकिन स्टुअर्ट ब्रॉड को कैच थमा बैठे। उसके बाद ग्लेन मैक्सवेल ने जमीन पर आती एक तेज़ यॉर्कर को मारने का प्रयास किया लेकिन गेंद सीधा जो रुट के हाथ में चली गई।
अगली गेंद पर मिशेल जॉनसन का विकेट निकालकर स्टीवन फिन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी पहली हैट्रिक दर्ज की। फिन ने 71 रन देकर पांच विकेट लिए। इसके साथ ही, उन्होंने विश्व कप क्रिकेट के इतिहास की 8वीं हैट्रिक ली।
मैच में ऑस्ट्रेलिया ने 342 रन बनाए और इंग्लैंड की टीम जेम्स टेलर के 98 रनों की बेहतरीन पारी के बावजूद लक्ष्य तक नहीं पहुंच सकी। पूरी टीम 231 रनों पर सिमट गई और इंग्लैंड को 111 रन से हार का सामना करना पड़ा।
# 3 जेम्स फॉकनर बनाम श्रीलंका- 2016
ऑस्ट्रेलियाई टीम के श्रीलंका दौरे पर दूसरे एकदिवसीय मैच में जेम्स फॉकनर ने एकदिवसीय क्रिकेट की अपनी पहली हैट्रिक विकेट ली। इससे पहले साल 2012 में एक और ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी डेनियल क्रिस्टियन भी श्रीलंका के खिलाफ एकदिवसीय मैच में हैट्रिक विकेट ले चुके थे।
जेम्स फॉकनर ने कुसल परेरा, एंजेलो मैथ्यूज और थिसारा परेरा को लगातार गेंदों पर आउट कर अपनी हैट्रिक पूरी की।बाएं हाथ के तेज गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के बावजूद श्रीलंका ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 289 रन का लक्ष्य निर्धारित किया।
मैथ्यू वेड के संघर्ष भरी पारी के बावजूद ऑस्ट्रेलिया सिर्फ 206 रनों के स्कोर तक पहुंच सका और मैच 82 रनों से हार गया।
# 4 शेन बॉन्ड बनाम ऑस्ट्रेलिया - 2007
न्यूजीलैंड के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर दूसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच के दौरान शेन बॉन्ड ने हैट्रिक विकेट झटका। हालांकि ऑस्ट्रेलिया ने वो मैच 105 रन के विशाल अंतर से जीता, लेकिन मैच में बांड की खतरनाक गेंदबाजी को भुलाया नहीं जा सकता है।
पहली पारी के दौरान उन्होंने 50 वें ओवर में एक हैट्रिक ली जिसने कंगारूओ को 300 रनों का स्कोर पार करने से रोका। उन्होंने इस उपलब्धि को पूरा करने के लिए कैमरून व्हाइट, एंड्रयू साइमंड्स और नाथन ब्रैकन को आउट किया।
व्हाइट ने मिड विकेट पर गेंद को खेलने का प्रयास किया लेकिन क्रेग मैकमिलन के हाथों में खेल बैठे। साइमंड्स भी बॉन्ड की अगली गेंद पर चलते बने और विकेटकीपर ब्रेंडन मैकुलम को कैच थमा बैठे । नाथन ब्रेकन को आउट कर बॉन्ड ने अपनी हैट्रिक विकेट पूरी की।
ऑस्ट्रेलिया ने न्यूजीलैंड के सामने 290 रनों का लक्ष्य रखा। एक समय न्यूजीलैंड की टीम 31वें ओवर में 3 विकेट खोकर 161 रन बनाकर अच्छी स्थिति में थी। लेकिन रॉस टेलर के 84 रन बनाकर आउट होने के बाद न्यूजीलैंड की पूरी टीम 184 रनों पर सिमट गयी।
# 5 लसिथ मलिंगा बनाम दक्षिण अफ्रीका - 2007
लसिथ मलिंगा ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ विश्वकप के मुकाबले में गेंद के साथ अपने कौशल का प्रदर्शन किया और लगभग दक्षिण अफ्रीका के मुंह से जीत छीन ली थी। मलिंगा ने चार गेंदों में चार विकेट लिए, जिससे उनके खेल को एक नया जीवन मिला। ग्रीम स्मिथ के टीम के खिलाड़ी 206/5 से 207/9 तक गिर गए और शॉन पोलॉक, एंड्रयू हॉल, जैक्स कैलिस और मखाया एनटिनी उनकी तेज गेंदबाजी के बेहतरीन स्पेल के शिकार बने। पोलक पूरी तरह से ऑफ कटर में फंस गये। हॉल ने उपुल थरंगा के हाथों में गेंद मार मलिंगा को दूसरा विकेट दिया। कैलिस ने कुमार संगकारा को मलिंगा की अगली गेंद पर कैच थमाा। इस विकेट के साथ मलिंगा की हैट्रिक पूरी हुई। मलिंगा यहीं नहीं रुके और एनटिनी के रूप में अपना चौथा विकेट लिया। दक्षिण अफ्रीका के पास 210 रन का आसान लक्ष्य मिलने के बाद से जीत दर्ज करना हासिल नज़र आ रहा था, लेकिन मलिंगा के इस स्पेल ने एक बार अफ्रीकी लाइनअप में खलबली मचा दी। लेकिन दक्षिण अफ्रीका ने अंततः मैच जीत लिया। लेखक: सब्यसाची चौधरी अनुवादक: राहुल पाण्डे