जैसे जैसे टी20 का खेल बढ़ता जा रहा है वैसे ही खिलाड़ियों के आंकड़े भी बदल रहे हैं। जहाँ एक समय बल्लेबाजों के लिए शतक जरूरी होता था वैसे ही अभी स्ट्राइक रेट और औसत जरूरी होता है। आजकल वनडे मैचों में भी जिस खिलाड़ी का औसत 30 और स्ट्राइक रेट 110 का है और उनके नाम एक भी शतक नहीं है फिर भी वो ज्यादा बेहतर खिलाड़ी माना जाता है। वहीं अगर खिलाड़ी के नाम 5 शतक हैं लेकिन स्ट्राइक रेट 70 का है तो उनकी कोई वैल्यू नहीं है। आज हम आपको ऐसे ही वनडे खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनका करियर स्ट्राइक रेट सबसे ज्यादा है। इसमें वैसे खिलाड़ी शामिल हैं जिन्होंने कम से कम 50 मैच खेले हैं और उनका औसत 30 से ऊपर का है:
#5 जेम्स फॉक्नर (ऑस्ट्रेलिया)
कुछ समय पहले तक जेम्स फॉक्नर सीमित ओवरों के खेल में ऑस्ट्रेलिया के लिए मिस्टर फिक्स-इट थे। फॉक्नर की सबसे बड़ी ताकत थी कि वह कम जोखिम भरा शॉट खेलकर भी तेजी से रन बना सकते थे। इसी वजह से उन्हें इस आर्टिकल में जगह मिली है। अपने करियर में फॉल्कनर ने अभी तक 69 वनडे मैच खेले हैं जिसमें 34.40 की औसत से 1032 रन बनाएं हैं। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 104.24 रहा है। वह निचले क्रम में आकर पारी संभालने के साथ ही तेजी से रन भी बनाते थे। स्ट्राइक रेट में वह एबी डिविलियर्स और एडम गिलक्रिस्ट जैसे बल्लेबाजों से भी आगे हैं।
#4 वीरेंदर सहवाग (भारत)
कुछ अन्य खिलाड़ियों के साथ मिलकर वीरेंदर सहवाग ने वनडे खेलने के तरीके को बदलकर रख दिया था। टीम को विस्फोटक शुरुआत देने वाले सहवाग ने अपने पूर करियर में खेलने के तरीके को नहीं बदला। सहवाग ने 251 वनडे मैच खेले जिसमें उन्होंने 104.33 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए थे। इस दौरान उनका औसत 35.05 का था और उन्होंने दुनिया के सबसे खतरनाक तेज गेंदबाजों के खिलाफ बल्लेबाजी की थी। सहवाग ने ऐसी बल्लेबाजी उस समय की थी जब क्रिकेट में विकेट बचाने को अहमियत दी जाती थी और बल्लेबाज पिच पर टिक कर लंबा खेलने की कोशिश करते थे। सहवाग ने अपने खेलने का तरीका नही बदला और इसी वजह से उनकी गिनती वनडे के महान बल्लेबाजों में होती है।
#3 जेसन रॉय (इंग्लैंड)
इंग्लैंड ने 2015 विश्वकप के बाद जिस तरह सीमित ओवरों के खेल को खेलने का तरीका बदला है और इसमें जेसन रॉय ने अहम भूमिका निभाई है। रॉय हमेशा गेंदबाजों पर दबाव बनाकर रखने की कोशिश करते हैं और यही उनकी खासियत है। इस आर्टिकल के मानदंड के अनुसार वह सूची में तीसरे स्थान पर हैं। रॉय ने अभी तक अपने करियर में 104.45 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं और उनका औसत भी 39.04 का रहा है। इस आंकड़े पर किसी भी बल्लेबाज को गर्व हो सकता है। जेसन रॉय के खेलने के तरीके से उनकी तुलना ऑस्ट्रेलिया के महान रिकी पॉन्टिंग से की जाती है। अगर वह पॉन्टिंग के रिकॉर्ड के आसपास भी पहुँच गए तो यह उनके लिए सबसे बड़ी उपलब्धि होगी।
#2 जोस बटलर (इंग्लैंड)
जोस बटलर साल 2012 से इंग्लैंड वनडे टीम का रेगुलर हिस्सा हैं और इस दौरान उन्होंने 114 मैच खेले हैं। समय के साथ वह और भी खतरनाक बल्लेबाज बनाते जा रहे हैं और इसी वजह से वह इस सूची में दूसरे स्थान पर हैं। अभी तक वनडे करियर में उन्होंने 117.52 की जबरदस्त स्ट्राइक रेट से 3091 रन बनाएं हैं। इस दौरान उनका औसत भी 40.67 का रहा है। इसी वजह से बटलर को आज के समय का बेस्ट व्हाईट बॉल बल्लेबाज माना जाता है। बटलर अंतिम के ओवरों जिस तरह बल्लेबाजी करते हैं वह अगले साल विश्वकप में टीम की जीत में अहम भूमिका निभा सकता है। अगर बटलर अपने करियर के अंत तक ऐसी ही बल्लेबाजी रहे तो उनकी गिनती वनडे क्रिकेट के महान विकेटकीपरों में होने लगेगी।
#1 ग्लेन मैक्सवेल (ऑस्ट्रेलिया)
इस सूची में ग्लेन मैक्सवेल ही ऐसे बल्लेबाज हैं जो कभी अपनी टीम में अपना स्थान पक्का नहीं कर पाए। उनके पास बाकि खिलाड़ियों से ज्यादा क्षमता है लेकिन वह उसे प्रदर्शन में तब्दील नहीं कर पा रहे हैं। बल्लेबाजी में निरंतरता की कमी की वजह से उन्हें बार बार टीम से अंदर बाहर होना पड़ता है। अपने वनडे करियर में उन्होंने 32.55 की औसत से 2181 रन बनाये हैं। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 121.30 रहा है। कई बल्लेबाजों का टी20 में भी स्ट्राइक रेट सबसे कम है और मैक्सवेल के खेलने के तरीके का अंदाजा लगाया जा सकता है। जब मैक्सवेल पूरी लय में बल्लेबाजी कर रहे होते हैं तो उन्हें रोकना लगभग नामुमकिन हो जाता है। वह किसी भी गेंदबाजी आक्रमण को तहस नहस कर सकते हैं। मैक्सवेल अगर अपने प्रदर्शन में निरंतरता ले आते हैं तो उनसे खतरनाक बल्लेबाज कोई नहीं हो सकता। लेखक- निक क्वांट अनुवादक- ऋषिकेश सिंह