अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का सबसे छोटा फ़ॉर्मेट होता है टी-20, जिस में हर टीम के पास खेलने के लिए 20-20 ओवर होते हैं। टी-20 की दुनिया लोकप्रियता तब देखने को मिली जब 2007 में दक्षिण अफ़्रीका में पहली बार आईसीसी वर्ल्ड टी-20 टूर्नामेंट खेला गया था।
इसके बाद दुनिया के कई देशों में टी-20 लीग खेली जाने लगी। भारत में भी इंडियन प्रीमियर लीग की शुरुआत हुई, फिर भी अंतरराष्ट्रीय मैचों का जलवा कायम रहा। टी-20 क्रिकेट में दमदार शॉट लगाने वालों का दबदबा होता है। वेस्टइंडीज़ और ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने 20 ओवर के खेल में अपनी धाक जमाई है। हम यहां टी-20 अंतरराष्ट्रीय में बने 5 सबसे बड़े निजी स्कोर को लेकर चर्चा कर रहे हैं।
#5 शेन वॉटसन - 124*

पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी शेन वॉटसन दाएं हाथ के हरफ़नमौला खिलाड़ी हैं। वो उन चुनिंदा क्रिकेटर्स में से हैं जो बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी दोनों ही ज़बरदस्त करते हैं। सीमित ओवर के खेल के लिए वॉटसन एक आदर्श खिलाड़ी हैं। वो स्पिन और पेस दोनों तरह की गेंदबाज़ी करने में माहिर है और गेंद को बाउंड्री पार कैसे भेजा जाता है, ये उनको अच्छी तरह मालूम है। वॉटनस ने ऑस्ट्रेलियाई टीम की तरफ़ से साल 2006 में पहली बार टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था।
सबसे छोटे फ़ॉर्मेट में उनका सर्वाधिक निजी स्कोर 124 रन है जो उन्होंने 71 गेंद खेलकर बनाया था। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 174.65 था, ये पारी टीम इंडिया के ख़िलाफ़ खेली गई थी। ये टी-20 अंतरराष्ट्रीय का 5वां सबसे बड़ा निजी स्कोर है। वॉटसन ने आईपीएल में काफ़ी कामयाबी हासिल की है।
#4 एविन लुइस- 125*

एविन लुइस को वेस्टइंडीज़ टीम का बैटिंग पावरहाउस कहा जाता है। वो बाएं हाथ के विस्फोटक बल्लेबाज़ हैं। उन्होंने साल 2016 की आईसीसी वर्ल्ड टी-20 टूर्नामेंट में अफ़गानिस्तान के ख़िलाफ़ अपने टी-20 अंतरराष्ट्रीय करियर का आग़ाज़ किया था।
इस कैरिबियाई ओपनर ने भारत के ख़िलाफ़ अपना पहला टी-20 अंतरराष्ट्रीय शतक लगाया था, ये लुइस का दूसरा टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच था। उनका सर्वाधिक निजी स्कोर 125 है जो उन्होंने भारत के ही ख़िलाफ़ 62 गेंदों में बनाया था। उनकी ज़बरदस्त बल्लेबाज़ी की वजह से उन्हें ‘जूनियर क्रिस गेल’ कहा जाता है।
#3 ग्लेन मैक्सवेल - 145*

ग्लेन मैक्सवेल ऑस्ट्रेलियाई टीम के आक्रामक बल्लेबाज़ हैं जो अपने ग़ैर परंपरागत खेल के लिए जाने जाते हैं। मैक्सवेल ने अपने हुनर से सीमित ओवर के खेल में क्रांति ला दी है। उन्होंने साल 2012 में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ अपने टी-20 अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थी।
मैक्सवेल को मैदान में बल्लेबाज़ी करतो हुए देखना बेहद रोमांचक होता है। उनके शानदार छक्कों की वजह से उन्हें ‘बिग शो’ भी बुलाया जाता है। मैक्सवेल ने श्रीलंका के ख़िलाफ़ 65 गेंदों में 145 रन बनाया था। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 223.08 था। आईपीएल में वो कई टीम का हिस्सा रह चुके हैं, फिलहाल वो दिल्ली डेयरडेविल्स से जुड़े हुए हैं।
#1 & #2 आरोन फिंच - 172 और 156

आरोन फ़िच एक विश्व स्तरीय बल्लेबाज़ हैं, उनका टी-20 अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में ज़बरदस्त जलवा है। वो विस्फोटक बल्लेबाज़ी करते हैं और जल्दी-जल्दी रन बनाने में यकीन रखते हैं। इसके अलावा फिंच की कोशिश होती है कि वो लंबे वक़्त तक पिच पर टिके रहे। फिंच ने अपना पहला टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच साल 2011 में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ खेला था। उनका सर्वाधिक निजी स्कोर 172 रन है जो उन्होंने 76 गेंदों का सामना करते हुए बनाया है। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 226.32 था। इतने बड़े स्ट्राइक रेट को देखते हुए फ़िंच की क़बिलियत का पता चलता है।
फ़िंच शतक लगाने में माहिर हैं और अकसर 3 अंकों के स्कोर को पार करते हुए नज़र आते हैं। वो अकेले अपनी टीम को जीत की दहलीज़ पर पहुंचाने की ताक़त रखते हैं। जब उनका बल्ला चलता है तो टीम के बाक़ी खिलाड़ियों को ज़्यादा रन बनाने की ज़रूरत नहीं पड़ती। टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दूसरा सबसे बड़ा निजी स्कोर भी एरॉन फिंच के ही नाम है। उन्होंने साल 2013 में इंग्लिश टीम के ख़िलाफ़ 63 गेदों पर 156 रन बनाया था। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 247.62 था। फिंच ने ये साबित किया है कि वो अपनी टीम के लिए कितने भरोसेमंद बल्लेबाज़ हैं।