टेस्ट में भारत की पांच सबसे बड़ी साझेदारी

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क्रिकेट जगत को दिग्गज बल्लेबाज देने के लिए भारत हमेशा से प्रसिद्ध रहा है। सचिन तेंदुलकर, सुनील गावस्कर, राहुल द्रविड़ जैसे महान बल्लेबाज भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व कर विश्व में ख्याति प्राप्त कर चुके हैं जबकि अन्य टीमों से कई गेंदबाजों ने दुनिया भर में अपनी छाप छोड़ी है। और अब इसी कड़ी को विराट कोहली, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे जैसे बल्लेबाज आगे बढ़ा रहे हैं। भारतीय दिग्गज बल्लेबाजों ने अपना हुनर दिखाते हुए कई ऐसी ऐतिहासिक साझेदारी स्थापित की हैं जिनकी वजह से मैच का परिणाम भारत के पक्ष में तबदील हुआ है। विश्व क्रिकेट में भारतीय बल्लेबाजों का हमेशा बोल बाला रहा है। ये विशाल साझेदारियां भारतीय बल्लेबाजों के बीच घरेलू और विदेशी जमीं पर कायम हुई है। एक नजर भारतीय टेस्ट क्रिकेट की इन पांच सबसे बड़ी साझेदारियों पर: # 365 - विराट कोहली और आजिंक्य रहाणे बनाम न्यूजीलैंड (इंदौर, 2016) हाल ही में भारत की ओर से दो दिग्गज बल्लेबाजों के बीच भारत-न्यूजीलैंड टेस्ट सीरीज में दर्शकों को एक बेहतरीन साझेदारी देखने का मौका मिला। सीरीज के आखिरी मैच की पहली पारी में चौथे विकेट के लिए भारत के उम्दा बल्लेबाज विराट कोहली और आजिंक्य रहाणे ने 365 रन की विशालकाय साझेदारी कर मेजबान टीम को आखिरी मैच में पकड़ बनाने में मदद की। 36 ओवर में 3 विकेट गवांने के बाद भारत का स्कोर 100-3 था, टॉस जीतने के बाद बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम लड़खड़ा रही थी। पुजारा के 41 रन पर आउट होने के बाद, रहाणे ने कप्तान कोहली जो 16 रन बनाकर क्रीज पर थे उनके साथ टीम का स्कोर आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी ली। इन दोनों शानदार बल्लेबाजों ने अपनी प्रतिभा का प्रमाण देते हुए बेहतरीन बल्लेबाजी की और भारतीय क्रिकेट इतिहास में एक सुनहरा पन्ना जोड़ते हुए 365 रन की साझेदारी की कहानी लिखी। विराट कोहली ने पहला दोहरा शतक लगाकर 211 रन बनाए जबकि रहाणे मजह 12 रन से अपने दोहरे शतक से चूक गए। इन दोनों बल्लेबाजों ने 2004 सिडनी में महान सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण की चौथे विकेट के लिए 353 रन साझेदारी के भारतीय टेस्ट रिकॉर्ड को धवस्त कर दिया। जिसके बाद भारतीय टीम ने 557 रन पर पारी घोषित कर दी और भारत ने मैच जीतकर 3-0 से सीरीज अपने नाम कर ली। # 370- मुरली विजय और चेतेश्वर पुजारा बनाम ऑस्ट्रेलिया (हैदराबाद, 2013) pujara-vijay-cricinfo-1476013955-800 पिछले दशक में भारत की सबसे बड़ी जीत में से एक टीम इंडिया द्वारा ऑस्ट्रेलिया का 2013 में किया गया व्हाइट वॉश है। एक ओर इस ऐतिहासिक जीत के हीरो भारतीय स्पिनर्स रहे तो वहीं दूसरी ओर भारतीय बल्लेबाजों ने भी अपना रोल बखूबी निभाया। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में बल्लेबाजी की हाईलाईट रही हैदराबाद में हुए दूसरे टेस्ट में दूसरे विकेट के लिए मुरली विजय और चेतेश्वर पुजारा के बीच हुई 370 रन की भारत की सबसे बड़ी साझेदारी। ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी महज 237 रन पर ही घोषित कर दी। जिसके बाद भारत का पहला विकेट सहवाग के रुप में जल्दी गिर गया। 18 रन पर 1 विकेट के बाद मुरली विजय का साथ देने चेतेश्वर पुजारा मैदान पर आए, जिसके बाद इस जोड़ी ने अपनी बल्लेबाजी का ऐसा जौहर दिखाया की स्कोर बोर्ड पर भारत मजबूत दिखाई देने लगा। 100 से ज्यादा ओवर खेलने और 370 रन की साझेदारी बनाने के बाद, मुरली विजय 167 रन बनाकर आउट हो गए, जिसके बाद पुजारा ने अपना दोहरा शतक जड़ा। दूसरे विकेट के लिए 370 रन की बड़ी साझेदारी आज भी इस जोड़ी के नाम है और भारतीय इतिहास में दर्ज है। इस साझेदारी के बाद भारीतय टीम ने 503 रन बनाए और ऑस्ट्रेलिया को मात दी। # 376- वीवीएस लक्ष्मण और राहुल द्रविड़ (कोलकाता, 2001) dravid-laxman-1476014119-800 विश्व क्रिकेट के इतिहास में सर्वश्रेष्ठ साझेदारियों में से एक साझेदारी इस मैच में देखने को मिली। जहां भारत के महान बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण और राहुल द्रविड़ के बीच हुई ऐतिहासिक साझेदारी ने कंगारुओं को मात देने में अहम भूमिका निभाई। पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया के बनाए 455 रन के जवाब में भारतीय टीम मजह 171 पर ऑलआउट हो गई थी। हालांकि दूसरी पारी में भारत ने सधी हुई शुरुआत की लेकिन सौरव गांगुली के 48 रन पर आउट होने के बाद भारत का स्कोर 232-4 हो गया था और भारत की चिंता काफी बढ़ गई थी। दबाव में आने के बाद, राहुल द्रविड़ वीवीएस लक्ष्मण का साथ देने मैदान पर पहुंचे, ईडन गार्डन्स पर खेले जा रहे इस मैच में किसी को भी किसी चमत्कार की कोई उम्मीद नहीं थी। अगले 104 ओवर में इस जोड़ी ने ऐसा कारनामा कर दिखाया कि भारत न सिर्फ दबाव से बाहर आया बल्कि विरोधी के खिलाफ मजबूत स्थिति में पहुंच गया। वीवीएस लक्ष्मण ने 281 रन की पारी खेली, जो उस वक्त किसी भी भारतीय बल्लेबाज का सर्वोच्च स्कोर था जबकि राहुल द्रविड़ ने 180 रन जोड़े और दोनों के बीच 376 रन की पहाड़ जैसी बड़ी साझेदारी हुई। इस साझेदारी की मदद से भारत ने 171 रन से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बड़ी जीत अपने नाम दर्ज की। #410- वीरेंद्र सहवाग और राहुल द्रविड़ (लाहौर, 2006) dravid-sehwag-1476015782-800 ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करने वाले वीरेंद्र सहवाग सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि क्रिकेट जगत में सर्वश्रेष्ठ ओपनिंग बल्लेबाजों में से एक हैं। बड़े स्कोर बनाने के अलावा टॉप ऑर्डर में बल्लेबाजी का स्टाइल बदलने वाले, सहवाग ने कई स्टार खिलाड़ियों के साथ कई बार बड़ी साझेदारी बनाने का भी कारनामा किया है। उनमें से सबसे बड़ी 410 रन की साझेदारी नजफगढ़ के नवाब वीरेंदेर सहवाग ने भारतीय दीवार करे जाने वाले राहुल द्रविड़ के साथ पाकिस्तान के खिलाफ लाहौर में 2006 में बनाई। मेजबान पाकिस्तान ने पहली पारी में 679/7 का स्कोर बनाया जिसमें युनुस खान, मोहम्मद युसुफ, शाहिद आफरीदि और कामरान अकरम के शतक शामिल हैं। विशालकाय स्कोर बनाने के बाद पाकिस्तान मजबूत स्थिति में दिखाई दे रहा था। लेकिन दिल्ली के इस दिग्गज बल्लेबाज और राहुल द्रविड़ ने मौके की नजाकत को समझते हुए अपना अंदाज में खेलना शुरू किया। जिसके बाद भारत का पहला विकेट 410 रन पर गिरा। सहवाग ने 254 रन जड़े वहीं राहुल द्रविड़ ने नाबाद 128 रन बनाए और भारत ये मैच ड्रॉ कराने में कामयाब रहा। साथ ही इस मैच में वीरेंद्र सहवाग को मैन ऑफ द मैच के खिताब से सम्मानित किया गया। # 417- पंकज रॉय और वीनू मांकड बनाम न्यूजीलैंड (मद्रास,1956) roy-mankad-1476017073-800 भारतीय बल्लेबाजी के इतिहास में सबसे पहला सुनहरा अध्याय 1956 में लिखा गया जब पंकज रॉय और वीनू मांकड ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 417 रन कि विशाल साझेदारी स्थापित की। इस ओपनिंग साझेदारी के रिकॉर्ड को 52 वर्ष बाद साउथ अफ्रीका के ग्रीम स्मिथ और नेल मेकन्जी ने 2008 में तोड़ा। टॉस जीतने के बाद भारत ने रॉय और मांकड को इतिहास रचने के भरपूर मौके दिए। इस जोड़ी ने भारतीय प्रशंसकों को निराश नहीं किया और कीवी गेंदबाजों को लगातार परेशान करते हुए ऐतिहासिक साझेदारी बनाई। पंकज रॉय ने 173 रन बनाए 417 के स्कोर पर भारत का पहला विकेट गिरा। मांकड ने 231 रन बनाए जिसके बाद भारत ने 537/3 पर पारी घोषित कर दी। जिसके बाद गेंदबाजों ने भी पंकज और वीनू के योगदान को व्यर्थ होने नहीं दिया और न्यूजीलैंड को पहली पारी में 209 और दूसरी पारी में 219 पर ऑल आउट कर दिया। इसी के साथ भारत ने ये टेस्ट अपने नाम दर्ज कर लिया।