भारत और न्यूजीलैंड के बीच के मुकाबले हमेशा रोमांच से भरे रहते हैं क्योंकि दोनों देशों की पिच एक दूसरे से बिल्कुल अलग हैं। एक ओर जहां भारत में स्पिनर्स के लिए पिच मददगार साबित होती हैं वहीं न्यूजीलैंड में तेज गेंदबाजों के लिए पिच कारगर साबित होती हैं। हालांकि भारत का रिकॉर्ड शानदार रहा है, भारत ने 21 जीत दर्ज की हैं जबकि 10 में उसको हार का सामना करना पड़ा है, जबकि किसी भी भारतीय बल्लेबाज ने न्यूजीलैंड मे दोहरा शतक नहीं लगाया है। वहीं की भारतीय बल्लेबाजों ने अपने होम ग्राउंड पर दोहरे शतक जड़े हैं। इस विषय में, एक नजर न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट में सर्वाधिक स्कोर बनाने वाले 5 भारतीय बल्लेबाज पर :
- विराट कोहली, रन- 211, वेन्यू- इंदौर, 2016
भारतीय टेस्ट कप्तान विराट कोहली ने इंदौर के होल्कर स्टेडियम में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए सीरीज के तीसरे मैच में शानदार बल्लेबाजी कर इस लिस्ट के टॉप-5 में अपनी जगह बनाई। सीरीज में 2-0 की बढ़त लेने के बाद, मेजबान को टॉस जीतने के बाद पहले बल्लेबाजी करने में कोई परेशानी नहीं हुई। टॉप ऑर्डर के फेल होने के बाद, अजिंक्ये रहाणे के साथ विराट कोहली ने मोर्चा संभाला और भारत का स्कोर 100/3 के बाद आगे बढ़ाया। कप्तान कोहली ने इस मैदान पर कीवी गेंदबाजों की जमकर क्लास लगाई और अपने करियर का पहला दोहरा शतक जड़ते हुए 211 रन बनाए। विराट कोहली ने अपने पहले दोहरे शतक में 20 चौके जड़े जबकि 115 सिंगल्स लिए।
- सचिन तेंदुलकर, रन – 217, वेन्यू – अहमदाबाद, 1999
1990 के दशक में भारतीय टीम उप-महाद्वीप के बाहर ज्यादातर मौकों पर संघर्ष करती नजर आई, हालांकि घरेलू मैदान पर भी भारतीय टीम उन दिनों कोई खास छाप नहीं छोड़ सकी लेकिन घरेलू मैदान पर भारत को सीरीज नहीं हारा था। वो न्यूजीलैंड को इस मैच मे पूरी तरह रौंदना चाहते थे जोकि अपने तेज गेंदबाजों और लॉअर ऑर्डर पर निर्भर करती थी। हालांकि, सीरीज के पहले टेस्ट ने इस बात का इशारा कर दिया था कि इस सीरीज में काफी रोमांच देखने को मिलेगा, जैसा कि पहले टेस्ट की पहली पारी में भारतीय टीम ने 83 रन पर बोल्ड आउट होने के बावजूद पलटवार कर मैच ड्रॉ कराया था। भारतीय टीम तीन मैचों की इस सीरीज का दूसरा मैच जीतकर सीरीज पर कब्जा करने के लिए आखिरी मैच खेलने अहमदाबाद पहुंची। इस मैच में कप्तान सचिन तेदुंलकर ने अपना बल्ले का शानदार इस्तेमाल किया और 344 गेंदों पर 217 रन बनाकर पहली पारी में विशाल स्कोर खड़ा करने में अहम भूमिका निभाई। जिसके बाद ये मैच ड्रॉ हो गया और भारत 1-0 से सीरीज जीत गया।
- राहुल द्रविड़, रन – 222, वेन्यू – अहमदाबाद, 2003
लगभग 4 वर्ष बाद उसी वेन्यू पर, भारतीय बल्लेबाजी के आइकन राहुल द्रविड़ ने ब्लैक कैप्स के कप्तान स्टीफन फ्लेमिंग की टीम को अपने अंदाज में धूल चटाई। हालांकि ये सीरीज का पहला मैच था, इस बार, ऐसा ही लग रहा था को टीमों के बीच इतिहास दोबारा दोहराया जाएगा। टॉस जीतने के बाद, भारत ने बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया और राहुल द्रविड़ ने 222 रन की बड़ी पारी खेलकर भारत का स्कोर पहली पारी में 500 के पार पहुंचाने में अहम रोल निभाया। हालांकि, मेहमान टीम ने कुम्बले और हरभजन सिंह को दूसरी पारी में काफी परेशान किया और मैच ड्रॉ कराने में सफल हो गए। आखिरकार ये सीरीज बिना परिणाम के समाप्त हुई क्योंकि मोहाली टेस्ट भी ड्रॉ पर ही खत्म हुआ।
- पॉली उमरीगर (हैदराबाद,1955) और वीनू मांकड (बॉम्बे,1955) रन – 223
इस सूची में दूसरे स्थान पर दो महान दिग्गज बल्लेबाजों- पॉली उमरीगर और वीनू मांकड ने कब्जा किया है। पूर्व खिलाड़ी एक शानदार बल्लेबाज थे जो बाद में एक तेज गेंदबाज बनकर सामने आए, जबकि दूसरे ने पांच टेस्ट शतक जड़े और अच्छे स्पिन गेंदबाज बने। इस दोनों दिग्गजों के अलावा, 1955-56 की ये सीरीज बेहद खास थी क्योंकि पहली बार भारत और न्यूजीलैंड आमने-सामने आए थे। वहीं उमरीगर ने हैदराबाद में सीरीज के पहले मैच में 223 रन की पारी खेली, जबकि मांकड ने अगले ही मैच में बॉम्बे के बेबॉर्न स्टेडियम में 223 बनाए। हालांकि पहले मैच में भारत जीत हासिल करने में नाकाम रहा, लेकिन दूसरे मैच में भारतीय टीम ने मेहमान न्यूजीलैंड को एक पारी और 27 रन से मात दी।
- वीनू मांकड, रन - 231, वेन्यू – मद्रास
खासकर, उसी सीरीज में एक भारतीय बल्लेबाज ने एक और दोहरा शतक जड़ा। ये मांकड ही थे जिन्होंने न्यूजीलैंड की बॉलिंग लाइन अप का शिकार किया। स्पिन-फ्रैंडली पिच पर, इस दाएं हाथ के बल्लेबाज ने पंकज रॉय के साथ पहले विकेट के लिए 413 रन की साझेदारी कर इतिहास रच दिया और ये रिकॉर्ड अगले 52 वर्षों तक स्थापित रहा। बल्लेबाजी से कीवी टीम को परेशान करने के बाद, मांकड ने दूसरी पारी में गेंदबाजी जौहर दिखाते हुए 40 ओवर के स्पैल में 4 विकेट चटकाए। भारत ने एक और मैच में पारी से जीत दर्ज की और 2-0 से सीरीज अपने नाम करने में कामयाब हुआ।