वनडे क्रिकेट की 5 सबसे सफल सलामी जोड़ियां 

वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर
सौरव गांगुली और सचिन तेंदुलकर

क्रिकेट का खेल साझेदारियों पर काफी निर्भर रहता है। शुरूआती ओवरों में जब जल्दी विकेट गिर जाते हैं तो साझेदारी बनाकर नीचे के बल्लेबाज मैच में टीम की वापसी करवाते हैं। टीम अगर पहले बल्लेबाजी कर रही होती है तो बड़ा स्कोर बनाने के लिए साझेदारी जरूरी है वहीं लक्ष्य का पीछा करने के लिए भी टीम को लंबी साझेदारी बनानी पड़ती है।

क्रिकेट के खेल में सलामी बल्लेबाजों को सबसे ज्यादा गेंदें खेलने को मिलती है और अगर वह अच्छी साझेदारी बनाते हैं तो टीम की जीत लगभग ली हो जाती है। भारत के पास अभी रोहित शर्मा औउर शिखर धवन की जोड़ी है जिसने टीम को कई जीत में अहम भूमिका निभाई है।

आज हम आपको वनडे क्रिकेट के 5 सबसे सफल सलामी जोड़ी के बारे में बताने जा रहे हैं।

#5 वीरेंदर सहवाग और सचिन तेंदुलकर (भारत)

वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर
वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर

वीरेंदर सहवाग और सचिन तेंदुलकर की जोड़ी क्रिकेट इतिहास की सबसे विस्फोटक जोड़ी मानी जाती है। इन दोनों बल्लेबाजों ने 2011 विश्वकप में भारत के ल्लिये पारी की शुरुआत की थी। जब दोनों बल्लेबाज एक साथ रन बनाते थे तो मैच विपक्षी टीम के हाथों से लगभग निकल ही जाती थी।

दोनों ही बल्लेबाजों ने 93 बार पारी की शुरुआत की है। इन पारियों में 42.13 की औसत से सचिन और सहवाग ने 3919 रन जोड़े हैं। इसमें 12 शतकीय और 18 अर्धशतकीय साझेदारियां भी शामिल हैं।

#4 हाशिम अमला और क्विंटन डी कॉक (दक्षिण अफ्रीका)

1st Momentum ODI: South Africa v Bangladesh
हाशिम अमला और क्विंटन डी कॉक

अमला और डी कॉक की जोड़ी ने दक्षिण अफ्रीका को पिछले 5 सालों में लगातार अच्छी शुरुआत दी है। पिछले साल दोनों ही बल्लेबाजों ने बांग्लादेश के खिलाफ 279 रनों का लक्ष्य बिना आउट हुए हासिल कर लिया था।

अभी तक 83 पारियों में दक्षिण अफ्रीका के लिए साथ सलामी बल्लेबाजी करते हुए अमला और डी कॉक ने 48.38 की औसत से 3919 रन बनाये हैं। इसमें 10 शतकीय और 13 अर्धशतकीय साझेदारी भी शामिल है।

#3 गॉर्डन ग्रीनिज और डेसमंड हेन्स (वेस्टइंडीज)

गॉर्डन ग्रीनिज और डेसमंड हेन्स
गॉर्डन ग्रीनिज और डेसमंड हेन्स

गॉर्डन ग्रीनिज और डेसमंड हेन्स उस दौर में वेस्टइंडीज के लिए सलामी बल्लेबाजी करते थे जब जब टीम को हराना सभी टीमों का सपना हुआ करता था। दोनों ही बल्लेबाजी तेज शुरुआत देकर विव रिचर्ड्स और अन्य बल्लेबाजों के लिए प्लेटफार्म सेट कर देते थे।

ग्रीनिज और हेन्स ने 102 मौकों पर विंडीज टीम के लिए पारी की शुरुआत की थी। इन पारियों में दोनों ने 52.55 की शानदार औसत से 5150 रन बनाये थे। टॉप 5 जोड़ियों में यह सबसे बेहतरीन औसत है। इन रनों में 15 शतकीय और 24 अर्धशतकीय साझेदारियां भी शामिल हैं।

#2 एडम गिलक्रिस्ट और मैथ्यू हेडन (ऑस्ट्रेलिया)

एडम गिलक्रिस्ट और मैथ्यू हेडेन
एडम गिलक्रिस्ट और मैथ्यू हेडन

ऑस्ट्रेलिया के विस्फोटक बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट और मैथ्यू हेडन एक साथ बल्लेबाजों पर टूट कर पड़ते थे। दोनों ने 2003 और 2007 विश्वकप में ऑस्ट्रेलिया की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। 2003 विश्वकप के फाइनल में दोनों बल्लेबाजों ने इतनी तेज शुरुआत दी कि भारतीय टीम उससे उभर ही नहीं पाई।

गिलक्रिस्ट और हेडन ने 114 पारियों में सलामी बल्लेबाजी करते हुए 5372 रन बनाये थे। इसमें 16 शतकीय और 29 अर्धशतकीय साझेदारी भी शामिल थी। उनकी सबसे बड़ी साझेदारी 172 रनों की थी जो दोनों ने 2007 विश्वकप फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ बनाया था।

#1 सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली (भारत)

Sachin Tendulkar (left) of India is given a pat on the back by his
सचिन तेंदुलकर और गांगुली गांगुली

1996 में पहली बार एकसाथ पारी की शुरुआत करने वाले सचिन और गांगुली ने 136 पारियों में 6609 रन जोड़े थे। अंतिम बार 2007 में पाकिस्तान के खिलाफ दोनों ने भारत के लिए पारी की शुरुआत की थी। दोनों ने 21 शतकीय साझेदारी भी बनाई है और यह भी विश्व रिकॉर्ड है।

सचिन और गांगुली ने सबसे बड़ी साझेदारी 258 रनों की थी, जो उन्होंने 2001 में केन्या के खिलाफ बनाया था। दोनों की साझेदारी का आंकड़ा और भी बड़ा हो सकता था लेकिन वीरेंद्र सहवाग की वजह से गांगुली ने सलामी बल्लेबाजी छोड़ दी थी।

Edited by Naveen Sharma