#3. 2002 नेटवेस्ट फाइनल में सौरव गांगुली का लॉर्ड्स बालकनी पर टी-शर्ट लहराना

भारत, श्रीलंका और इंग्लैंड के बीच 2002 में त्रिकोणीय नेटवेस्ट प्रतियोगिता का आयोजन इंग्लैंड में ही किया गया था। इंडिया और इंग्लैंड के बीच लंदन में इस टूर्नामेंट का फाइनल खेला गया। पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड ने सलामी बल्लेबाज मार्क ट्रेस्कॉथिक और कप्तान नासिर हुसैन के शतकों की बदौलत 50 ओवर में पांच विकेट के नुकसान पर 325 रनों का स्कोर खड़ा किया।
300 से ज्यादा रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की सलामी जोड़ी ने मजबूत शुरुआत दिलाई। 15 ओवर के अंदर ही वीरेंदर सहवाग और सौरव गांगुली ने पहले विकेट के लिए 100 रनों की साझेदारी की, इसके बाद दोनों ही बल्लेबाज अपने विकेट गंवा बैठे। 25 ओवर खत्म होने से पहले ही भारत की आधी टीम 146 रन बनाकर पवेलियन लौट चुकी थी। खासकर सचिन तेंदुलकर के आउट हो जाने से टीम इंडिया पर जबरदस्त दबाव बढ़ गया।
फाइनल में हार की आशंका से ज्यादातर भारतीय दर्शकों ने अपने टेलीविजन बंद कर दिये थे, मगर दो युवा भारतीय बल्लेबाजों ने खेल का रूख ही पलट कर रख दिया। युवराज सिंह और मोहम्मद कैफ की जोड़ी ने अच्छे रन रेट से बल्लेबाजी करना जारी रखा। पांचवें विकेट के लिए दोनों बल्लेबाजों के बीच 121 रनों की शानदार साझेदारी हुई जिसमें युवराज के 69 रन शामिल थे।
युवराज के आउट हो जाने के बावजूद कैफ अंत तक डटे रहे और भारत को ऐतिहासिक जीत हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने इस जीत का जश्न मनाने के लिए अपनी टीशर्ट को निकाल कर जोश के साथ हवा में लहराया। ऐसा करते हुए उन्होंने वानखेड़े स्टेडियम में इंग्लैंड की जीत के बाद एंड्रू फ्लिंटॉफ द्वारा भारत के साथ किए गए बर्ताव का बदला लिया।