ये बाएं हाथ का बल्लेबाज कीवी टीम के टॉर ऑर्डर के लिए किसी पहाड़ से कम नहीं है। इस बल्लेबाज ने सीरीज बराबरी के लिए शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया, उन्होंने गैप ढूंढे, गेंद को बाउंड्री पार पहुंचाया और न्यूजीलैंड का स्कोर बढ़ाने में अहम योगदान दिया। जब उनके ओपनिंग साथी मार्टिन गप्टिल टेस्ट और वनडे में नाकाम साबित हुए, तब लैथम ने अपनी जिम्मेदारी समझते हुए बेहतरीन प्रदर्शन किया और वो इस सीरीज के दूसरे हाईएस्ट रन स्कोरर बने। उनकी शानदार लय ने कीवी टीम को अच्छी शुरुआत दिलाने और बोर्ड पर बड़े स्कोर खड़े करने में काफी मदद की। वो काफी तेज बल्लेबाजी करने में यकीन नहीं रखते लेकिन वो सही गेंद को चुनते हैं और उसे उसके अंजाम तक पहुंचाते हैं। मनीश पांडे – फ्लॉप टीम इंडिया को एक मैच फीनिशर को निखारने की जरूरत है, वो भी तब जब एमएस धोनी का करियर आखिरी पड़ाव में है। मनीश पांडे एक मीडिस ऑर्डर बल्लेबाज हैं जो तेजी से रन बनाना जानते हैं। उनके पास कोई मजबूत तकनीक नहीं है लेकिन उनके हाथ और आंख के कॉर्डिनेशन की वजह से वो बड़े स्ट्रोक्स खेलने में सक्षम हैं। लेकिन, जिस तरह से वो खेलते हैं वो क्रीज पर ज्यादा समय बिताए बिना बड़े स्ट्रोक्स खेलते हैं वो उनके टेम्प्रामेंट के लिए एक गंभीर मुद्दा है। इस वर्ष उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में एक शतक लगाया था, जिससे चयनकर्ताओं ने उनपर भरोसा जताया, लेकिन पांच मैचों में उन्होंने 76 रन बनाए जो काफी नहीं हैं।