5 ऐसे पल जिसने वेंकटेश प्रसाद को सभी के दिल में बसा दिया

prasad-1470339033-800

भारतीय क्रिकेट टीम के बेहद अहम सदस्य, लेकिन सुर्खियों में ये खिलाड़ी कम ही रहा, हम बात कर रहे हैं वेंकटेश प्रसाद की। 5 साल के अपने छोटे से करियर में वेंकटेश प्रसाद ने एक बेहतरीन प्रदशन करते हुए सभी का दिल जीता। वेंकटेश प्रसाद न बहुत तेज़ गेंदबाज़ थे, न ही उन्हें अत्याधिक स्विंग मिला करती थी, लेकिन अपनी सटिक लाइन और लेंथ से वह बल्लेबाज़ों को ख़ूब परेशान करते थे। जवागल श्रीनाथ के साथ मिलकर उनकी गेंदबाज़ी का कोई तोड़ नहीं था। प्रसाद की ख़ासियत थी उनका गति परिवर्तन, तेज़ गेंदो के बीच में धीमी गेंद डालते हुए वह बल्लेबाज़ों को ख़ूब चकमा देते थे। उनके 47वें जन्मदिन हम लेकर आए हैं वह 5 लम्हें जो वेंकटेश जिसने इस गेंदबाज़ को सभी के दिल में बसा दिया #5 पाकिस्तान के ख़िलाफ़ 0/5, चेन्नई, 199 प्रसाद को जाना जाता था स्विंग और तेज़ गेंदबाज़ की मददगार पिचों पर विकेट लेने के लिए, लेकिन आप ये जानकर हैरान रह जाएंगे कि उन्होंने अपने करियर की शानदार गेंदबाज़ी चेन्नई की फ़्लैट पिच पर की। इस मैच को याद किया जाता है सचिन तेंदुलकर की जुझारू 136 रनों की पारी के लिए, हालांकि सचिन के आउट होती ही भारतीय पारी ताश के पत्तों की तरह ढेर हो गई थी। वेंकटेश प्रसाद ने इस मैच की तीसरी पारी में शानदार गेंदबाज़ी करते हुए 6 विकेट झटके थे, वह भी सिर्फ़ 33 रन देते हुए। इस पारी के दौरान उन्होंने एक क़ातिलाना स्पेल डाला था, जिसमें उन्होंने बिना कोई रन दिए हुए 5 पाकिस्तानी बल्लेबाज़ों को पैवेलियन का रास्ता दिखाते हुए 286 रनों पर सिमेट दिया था। प्रसाद की इस शानदार गेंदबाज़ी की बदौलत भारत के सामने जीत के लिए 271 रनों का लक्ष्य मिला था, लेकिन ये मैच टीम इंडिया 12 रनों से हार गई। #4 5/76 और लॉर्ड्स के ऑनर बोर्ड पर नाम, 1996 venk-LORDS लॉर्ड्स में खेले गए इस टेस्ट मैच को कई चीज़ों के लिए याद किया जाता है, सौरव गांगुली के डेब्यू पर शतक, राहुल द्रविड़ के शानदार 95, और डिकी बर्ड का बतौर अंपायर आख़िरी टेस्ट मैच। इन सब के अलावा एक युवा भारतीय गेंदबाज़ ने अपना नाम भी लॉर्ड्स के ऑनर बोर्ड पर दर्ज करा लिया था। श्रीनाथ और गांगुली ने पहले इंग्लिश टॉप ऑर्डर को तहस नहस कर दिया था और फिर निचले क्रम के पांच बल्लेबाज़ों को अपना शिकार बनाते हुए इंग्लैंड को ऑलआउट किया था। दूसरी पारी में भी वेंकटेश प्रसाद को दो विकेट मिले थे, हालांकि टेस्ट मैच ड्रॉ रहा था। #3 5/27 vs पाकिस्तान, 1999 वर्ल्ड कप venky3-1470338732-800 भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 वर्ल्ड कप बेहतरीन पलों में से एक था, करगिल की लड़ाई सभी के ज़ेहन में थी और फिर ये दोनों देश मैदान में आमने सामने थे। इस मैच में राहुल द्रविड़ के 61 और अज़हरउद्दीन के 59 रनों की बदौलत भारत ने स्कोर बोर्ड पर 227 रन बनाए थे। जवाब में पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज़ सईद अनवर ने शानदार शुरुआत की थी, हालांकि जवागल श्रीनाथ ने पहले 10 ओवर में दो विकेट झटक लिए थे। श्रीनाथ के शुरुआती झटके के बाद वेंकटेश प्रसाद ने सईद अनवर का विकेट हासिल करते हुए पांच पाकिस्तानी बल्लेबाज़ों का पैवेलियन का रास्ता दिखाया और भारत को जीत दिलाते हुए हीरो बने। #2 श्रीलंका के ख़िलाफ़ 5 शिकार, 2001 venky-1470338630-800 भारतीय क्रिकेट टीम को विदेशी सरज़मीं पर उस वक़्त अच्छा नहीं माना जाता था, लेकिन वेंकटेश प्रसाद ने 2001 में श्रीलंका को उन्हीं के घर मे शिकस्त देने में अहम योगदान दिया था। प्रसाद ने उस मैच में 5 विकेट हासिल करते हुए श्रीलंका को ऑलआउट किया था। हालांकि सौरव गांगुली के शतक ने वेंकटेश प्रसाद के इस कीर्तिमान को कम कर दिया, गांगुली को मैन ऑफ़ द मैच से नवाज़ा गया था। वेंकटेश प्रसाद का इत्तेफ़ाक से वह आख़िरी टेस्ट भी था। #1 आमिर सोहैल को बेहतरीन 'सेंड ऑफ़', भारत vs पाकिस्तान, 1996 वर्ल्ड कप venkatesh2-1470338554-800 वेंकटेश प्रसाद के करियर का सबसे यादगार लम्हा शायद 1996 वर्ल्ड कप में आया था, जब बैंगलोर में खेले गए क्वार्टर फ़ाइनल में इस तेज़ गेंदबाज़ और पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज़ आमिर सोहैल के बीच ज़बर्दस्त तू तू मैं मैं हुई थी। भारत के दिए गए 287 रनों के जवाब में आमिर सोहैल और सईद अनवर की जोड़ी ने पहले 10 ओवर में ही 84 रन बना लिए थे। हालांकि इसके बाद अनवर आउट हो गए थे, लेकिन सोहैल क्रीज़ पर मौजूद थे, 15वें ओवर में उन्होंने प्रसाद की गेंद पर ऑफ़ साइड में झन्नाटेदार चौका लगाया और अगली गेंद पर भी उधर ही शॉट खेलने की बात कही। वेंकटेश प्रसाद ने अगली गेंद ऊपर रखी और सोहैल को जगह नहीं दी, उसी तरफ़ शॉट मारने की कोशिश में सोहैल बोल्ड हो गए। इसके बाद प्रसाद का ग़ुस्सा और सोहैल को सेंड ऑफ़ करने का तरीक़ा आज भी भारतीय फैंस के ज़ेहन में ज़िंदा है, और प्रसाद का नाम आते ही वह पल ताज़ा हो जाता है।