हाल ही में समाप्त हुए घरेलू मैचों में भारत के उम्दा प्रदर्शन की सबसे बड़ी वजहों में एक अश्विन भी थे। लेकिन सीमित ओवरों के खेल में अश्विन टेस्ट वाला कमाल नहीं दोहरा पाए। शुरुआत के 2 मैचों में उन्हें टीम में जगह ही नहीं मिली लेकिन जब जगह भी मिली तो वो अपना प्रभाव छोड़ने में असफल ही रहें। मध्य के ओवरों में अश्विन विकेट की कोशिश करने के बजाय रन रोकने की कोशिश करते नज़र जाए। जिससे तो ना ही विकेट मिला और ना ही रन रुका। फाइनल में तो अश्विन ने 10 ओवर में 70 रन दे दिए। कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल जैसे खिलाड़ी मौके का इंतज़ार कर रहे है ऐसे में अश्विन को अच्छा प्रदर्शन करना ही पड़ेगा वरना टीम में अपनी जगह भी खो सकते हैं।
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