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भारत में क्रिकेट को लोग धर्म की तरह मानते हैं। ऐसे में जब बड़े टूर्नामेंट होते हैं, तो टीम पर काफी प्रेशर होता है। खासकर क्प्तान्प्र ये दबाव सबसे ज्यादा होता है। धोनी ने कप्तानी करते हुए ऐसे मौकों पर शानदार फैसले लेते रहे। मैच में हमेशा कूल बने रहे। साल 2007 में वह जब कप्तानी में अनुभवहीन थे, तब भी टी-20 वर्ल्डकप में टीम को जीत दिलाई। साथ ही साल 2011 में उन्होंने शानदार कप्तानी की और भारत में हो रहे 50 ओवर के वर्ल्डकप में 28 साल बाद उन्होंने फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ 91 रन की पारी खेलकर जीत दिलाई। उसके बाद साल 2013 में उन्ही की कप्तानी में टीम इंडिया ने आईसीसी की चैंपियंस ट्राफी पर भी कब्जा जमाया। इस तरह वह सभी ख़िताब जीतने वाले अकेले कप्तान बने।
Edited by Staff Editor