#2 पृथ्वी शॉ
भारतीय अंडर-19 टीम के कप्तान पृथ्वी शॉ का नाम पहली बार सुर्खियों में तब आया था जब उन्होंने अपने स्कूल की टीम 'रिज़वी स्प्रिंगफील्ड' के लिए हैरिस शील्ड टूर्नामेंट के एक मैच में 330 गेंदों में 546 रन की विशालकाय पारी खेली थी। यह किसी भी मान्यता प्राप्त क्रिकेट में 1901 से लेकर अब तक का सर्वश्रेष्ठ स्कोर है।
तब से लेकर अब तक पृथ्वी ने कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा है और उन्हें भारतीय बल्लेबाजी का भविष्य माना जा रहा है। कई विशेषज्ञ तो पृथ्वी को दूसरा तेंदुलकर बताने लगे हैं। स्कूली क्रिकेट में कई शानदार पारियों के बाद जब पृथ्वी को मुंबई रणजी टीम में मौका मिला तो उन्होंने अपने पहले ही मैच में चिर प्रतिद्वंदी तमिलनाडु के खिलाफ एक महत्वपूर्ण शतक बनाकर ना सिर्फ अपनी टीम को फाइनल में पहुंचाया बल्कि टीम में अपने चयन को भी सही साबित कर दिया।
अपने इस शतक के साथ ही वह मुंबई के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट में डेब्यू मैच में शतक लगाने वाले दूसरे सबसे कम उम्र के बल्लेबाज बने। पृथ्वी से ऊपर महानतम बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर का नाम है। भारत के विश्वकप अभियान के लिए उन्हें अंडर-19 टीम का कप्तान नियुक्त किया गया है और उन्हें उदाहरण स्थापित कर टीम का नेतृत्व करना होगा।
उन्होंने इंग्लैंड में हाल ही में संपन्न हुई सीरीज में 32 की औसत और 100 से ज्यादा की स्ट्राइक-रेट से पांच पारियों में 160 रन बनाए। इससे पहले जब इंग्लैंड की टीम ने भारत का दौरा किया था तब उन्होंने तीन पारियों में 42 की औसत से 126 रन बनाए थे।
आशा है कि विश्व कप के दौरान पृथ्वी, विराट कोहली से प्रेरणा लेंगे और टीम को सामने से लीड करते हुए जीत दिलाएंगे।