5 भारतीय बल्लेबाज़ जो हिट-विकेट आउट हुए

क्रिकेट के खेल में हिट-विकेट होकर आउट होना संभवत: सबसे ज्यादा शर्मसार करने वाला होता है। जारी टेस्ट सीरीज के पहले मैच राजकोट में भारतीय कप्तान विराट कोहली 20वें भारतीय खिलाड़ी हैं। जो हिट-विकेट आउट हुए हैं। इंग्लैंड के खिलाफ पहली पारी में 500 से ज्यादा रन के जवाब में मुरली विजय और पुजारा ने शतक ठोंककर भारत को अच्छी स्थिति में पहुंचा चुके थे। लेकिन जब विराट कोहली थोड़े जम गये थे। तभी उनका पैर स्टंप्स में जा लगा। जिससे उनकी पारी का अंत हो गया। आइये आज हम आपको ऐसे ही 5 भारतीय खिलाड़ियों के बारे में बता रहे हैं, जो हिट-विकेट आउट हो चुके हैं:


लाला अमरनाथ (भारत बनाम वेस्टइंडीज, चेन्नई-1949)

लाला अमरनाथ पहले भारतीय खिलाड़ी हैं, जिन्होंने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में भारत की तरफ पहला शतक बनाया था। अमरनाथ भारत के चयनकर्ता, मैनेजर, कोच और ब्रॉडकास्टर के तौर पर भी काम कर चुके हैं। वह ऑस्ट्रेलिया के पहले दौरे पर जाने वाली भारतीय टीम के कप्तान थे। सन 1949 में जब विंडीज भारत के दौरे पर आई थी। तो सीरीज का चौथा मैच चेन्नई में खेला जा रहा था। जिसमें कप्तान लाला अमरनाथ 13 रन बनाकर पहली पारी में आउट हो गये थे। ये मैच भारत एक पारी और 193 रन से हार गया था। पंजाब में पैदा हुए लाला अमरनाथ ने 24 टेस्ट मैचों में एक शतक और 45 विकेट लिए थे। उनके रिकॉर्ड भले ही कुछ खास न हों लेकिन भारतीय क्रिकेट के जाने-माने चेहरे थे। विजय मंजेरकर (भारत बनाम वेस्टइंडीज, पोर्ट ऑफ़ स्पेन-1962) सन 1951 में विजय मांजरेकर ने कोलकाता में इंग्लैंड के खिलाफ डेब्यू किया था। उसके अपने करियर के तीसरे मैच में ही उन्होंने 1952 में इंग्लैंड के खिलाफ 133 रन की यादगार पारी खेलकर अपनी अहमियत दिखा दी थी। उसके बाद वह भारतीय टीम के अभिन्न अंग बन गये थे। 55 टेस्ट मैचों में विजय ने 39 से ज्यादा के औसत से 3208 रन बनाये थे। जिसमें 7 शतक शामिल थे। अपने आखिरी टेस्ट पारी में मांजरेकर ने चेन्नई में कीवी टीम के खिलाफ 102 रन की पारी खेली थी। उनके बेटे संजय मांजरेकर ने भी 37 टेस्ट मैचों में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया था। उन्हें उनकी 218 रन की पारी के लिए याद किया जाता है। दिलीप वेंगसकर (भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया, ब्रिसबेन-1977) दिलीप वेंगसकर अपने जमाने के बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक थे। दायें हाथ का ये बल्लेबाज़ गेंदबाजों पर कहर बनकर टूट पड़ता था। 80 के दशक में दिलीप दुनिया के बेहतरीन बल्लेबाज़ थे। सन 1986-88 के बीच में वेंगसकर ने 16 मैचों में 8 शतक बनाये थे। अपने करियर शुरूआती दिनों में ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर गये वेंगसकर ब्रिसबेन में हुए पहले मैच में जेफ़ थामसन की गेंद पर हिट-विकेट आउट हो गये थे। 116 टेस्ट मैचों में मुंबई के इस बल्लेबाज़ ने 6868 रन 42 के औसत और 17 शतकों की मदद से बनाये थे। उन्होंने 10 मैचों में भारतीय टीम की कप्तानी भी संभाली थी। लेकिन 1989 में यूनाइटेड स्टेट्स में कुछ फेस्टिवल मैचों में विवाद के बाद उन्हें कप्तानी गवानी पड़ी थी। मोहिंदर अमरनाथ (भारत बनाम पाकिस्तान, लाहौर-1978) मोहिंदर अमरनाथ इस लिस्ट में अपने पिता के साथ शामिल हैं। लेकिन जूनियर अमरनाथ तीन बार हिट-विकेट आउट हुए थे। 1983 के वर्ल्डकप के सेमीफाइनल में मोहिंदर अमरनाथ मैन ऑफ़ द मैच रहे थे। उसके बाद भारत ने वेस्टइंडीज को लार्ड में हराकर ख़िताब अपने नाम किया था। 1978 में पाकिस्तान के दौरे पर गयी भारतीय टीम गद्दाफी स्टेडियम में दूसरा टेस्ट खेल रही थी। जहां अमरनाथ 20 रन पर हिट-विकेट हुए थे। उसके बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 6 रन पर और उसके बाद ऑस्ट्रेलिया के साथ अगले ही टेस्ट में 2 रन पर अमरनाथ हिट-विकेट आउट हुए थे। 1984 में फैसलाबाद में अमरनाथ ऐसे ही एक बार फिर अज़ीम हफीज की गेंद पर आउट हुए थे। 69 टेस्ट मैचों में अमरनाथ ने 11 शतक बनाये थे। जिसमें 9 शतक उन्होंने विदेशी जमीन पर लगाये थे। वीवीएस लक्ष्मण (भारत बनाम वेस्टइंडीज, अंटीगुआ-2002) वीवीएस लक्ष्मण भारत के बेहतरीन तकनीकी कुशल बल्लेबाजों में से एक थे। आज भी उनका नाम आने पर लोगों को कोलकाता में उनकी खेली गयी 281 रन की पारी याद आ जाती है। जो उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ साल 2001 में खेली थी। राहुल द्रविड़ के साथ साल 2003-04 में एडिलेड में उन्होंने 300 रन की ऐतिहासिक साझेदारी की थी। साल 2002 में भारत वेस्टइंडीज के दौरे पर था। सेंट लूसिया में लक्ष्मण ने अपना चौथा शतक बनाया था। 5 मैचों की ये सीरीज 1-1 से ड्रॉ हो गयी थी। लक्ष्मण जब 130 रन पर खेल रहे थे। तभी दुर्भाग्यवश मर्व डिल्लन की गेंद पर वह हिट-विकेट हो गये। वैसे लक्ष्मण ने 134 टेस्ट मैचों में 45 के करीब औसत से रन बनाये और 17 शतक भी लगाये थे।

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