कुंबले के ऐतिहासिक उपलब्धि के दो साल बाद उभरते हुए तेज गेंदबाज देबाशीष मोहंती ने दलीप ट्रॉफी के एक मैच में पारी के सभी 10 विकेट लिए थे। ईस्ट जोन की तरफ से खेलते हुए मोहंती ने साउथ जोन के खिलाफ यह उपलब्धि हासिल की थी। अगरत्तला की बीर बिक्रम कॉलेज स्टेडियम की पिच एक ग्रीन टॉप पिच थी और इस पर तेज गेंदबाजों की मदद के लिए सारी संभावनाएं मौजूद थी। लेकिन साउथ जोन की टीम में राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण चार अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी खेल रहे थे। इसलिए मोहंती और उनके साथी तेज गेंदबाजों के लिए यह मुकाबला कतई आसान नहीं होने जा रहा था। टॉस जीत कर द्रविड़ ने अपने अनुभवी बल्लेबाजी लाइनअप का फायदा उठाने की कोशिश की और पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। लेकिन 5वें ओवर से ही नियमित अंतराल पर साउथ जोन के विकेट गिरने लगे। दोनों सलामी बल्लेबाजों को आउट करने के बाद मोहंती ने द्रविड़ को विकेट के पीछे कैच कराया। फिर उन्होंने जल्दी-जल्दी दो और विकेट लिए, जिससे साउथ जोन का स्कोर 37-5 हो गया। इसके बाद मोहंती ने लंबे समय से विकेट पर टिके लक्ष्मण को बोल्ड किया। वह आउट स्विंग होती गेंद को ड्राइव करने के चक्कर में प्लेड ऑन हुए थे। मोहंती कहते हैं कि 'लक्ष्मण का विकेट उनके इस यादगार स्पेल का सबसे यादगार विकेट था। एक तकनीक रूप से सक्षम और मजबूत बल्लेबाज को बोल्ड करना किसी भी गेंदबाज के लिए सबसे खुशनुमा पल होता है। वह काफी वक्त से पिच पर टिके हुए थे और दूसरे छोर पर विकेट गिरते रहने के बावजूद दबाव में नहीं थे।' इसके बाद मोहंती ने पुछल्ले बल्लेबाजों को भी जल्दी-जल्दी चलता किया और 10-46 के आकड़े के साथ इतिहास रच गए। इस तरह वह प्रथम श्रेणी मैचों के एक पारी में 10 विकेट लेने वाले पांचवें भारतीय गेंदबाज बनें। इस मैच के दूसरे पारी में भी मोहंती ने चार विकेट लिया और अपनी टीम को 4 विकेट से जीत दिलाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। हांलाकि इस ऐतिहासिक प्रदर्शन के बावजूद मोहंती को कभी भी टेस्ट टीम में स्थान नहीं मिला और वह पूर्व में खेले गए अपने 2 टेस्ट मैचों की संख्या को आगे नहीं बढ़ा सकें। इस मैच के लगभग 6 महीने बाद मोहंती का वन डे करियर भी खत्म हो गया। आपको एक दिलचस्प बात और बता दें कि टीम में चयन होने के बावजूद फ्लाइट मिस होने की वजह से पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी इस मैच को नहीं खेल पाए थे। इस सीन को धोनी के बायोपिक 'एम एस धोनी : दी अनटोल्ड स्टोरी' में प्रमुखता से दिखाया गया है।