भारतीय टीम में आने के बाद जसप्रीत बुमराह की हर जगह तारीफ हुई है। इसके पीछे जसप्रीत बुमराह की गेंदबाजी रही है। इनसे पहले भी भारतीय टीम को अलग-अलग धाकड़ गेंदबाज मिलते रहे हैं सभी गेंदबाजों ने समय मिलने पर भारतीय टीम को नई ऊँचाइयों पर पहुंचाने का कार्य किया है। भारतीय टीम के गेंदबाजों ने द्विपक्षीय सीरीज के अलावा वनडे क्रिकेट में अन्य टूर्नामेंटों में भी बेहतर कार्य किया है। आईसीसी वनडे विश्वकप इनमें एक प्रमुख और बड़ा टूर्नामेंट है। भारतीय गेंदबाजों ने इसमें हर बार बेहतर खेल दिखाने का प्रयास किया है। इस आर्टिकल में कुछ ऐसे ही भारतीय गेंदबाजों का जिक्र किया गया है जिन्होंने आईसीसी वनडे विश्वकप में बेहतरीन गेंदबाजी कर सबसे ज्यादा विकेट चटकाने वाले भारतीय बने।
भारतीय गेंदबाज जिन्होंने विश्वकप में की शानदार गेंदबाजी
जहीर खान
इस तेज गेंदबाज ने भारत के लिए टेस्ट और वनडे दोनों में शानदार खेल दिखाया है। 2003 विश्वकप में भारत को फाइनल में पहुंचाने में जहीर का बड़ा योगदान रहा था। उन्होंने इस वर्ल्ड कप में 11 मैचों में 18 विकेट हासिल किये थे। न्यूजीलैंड के खिलाफ सुपर सिक्स के मैच में उन्होंने चार विकेट चटकाते हुए जीत की नींव रखी थी। नई गेंद के साथ जहीर ने उस वर्ल्ड कप में उम्दा प्रदर्शन किया और ख़ास बात यह भी थी कि उन्होंने निरन्तरता से गेंदबाजी की। विपक्षी टीमों के खिलाड़ियों को उनके सामने खासी परेशानी में भी कई बार देखा गया।
जसप्रीत बुमराह
नए जमाने में जसप्रीत बुमराह जैसा धाकड़ गेंदबाज भारतीय टीम में निरंतर बढ़िया खेल दिखा रहा है। बुमराह ने साल 2019 में इंग्लैंड में हुए वर्ल्ड कप में विपक्षी बल्लेबाजों की राह में रोड़े अटकाए थे। उन्होंने इस वर्ल्ड कप में लगभग 21 के औसत से 18 विकेट अपने नाम किये। भारतीय टीम के अन्य सभी गेंदबाज बुमराह के करीब आने में असफल रहे। नई और पुरानी दोनों तरह की गेंद से जसप्रीत बुमराह घातक साबित होते रहे हैं। अंतिम ओवरों में उनकी गेंदों पर रन बनाना विपक्षी बल्लेबाजों के लिए ख़ासा परेशानी का विषय रहता है। उनके दस ओवर विशेष अहमियत वाले होते हैं।
रोजर बिन्नी
इस गेंदबाज ने 1983 के वर्ल्ड कप में भारत की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट हासिल किये थे। बिन्नी ने उस विश्वकप में करीबन 19 के औसत से 18 विकेट हासिल किये। उनका औसत बुमराह और जहीर से कम था इसलिए तीसरे नम्बर पर रखा गया है।
उमेश यादव
यह भारतीय गेंदबाज अपनी अच्छी रफ्तार के लिए जाना जाता है। 2015 के वर्ल्ड कप में उमेश यादव ने ऑस्ट्रेलिया में धारदार गेंदबाजी की थी। यादव ने इस दौरान 18 की औसत से 18 विकेट हासिल किये थे। उनका औसत अन्य तीन गेंदबाजों से बेहतर रहा।
जहीर खान
जहीर खान की विश्वकप में प्रदर्शन के लिए जितनी तारीफ की जाए उतनी ही कम है। 2011 वर्ल्ड कप में भारत को खिताबी जीत दिलाने में युवराज सिंह के साथ जहीर खान भी थे। उन्होंने इस वर्ल्ड कप में 21 विकेट हासिल किये जो अब तक सर्वाधिक है। उनके इस खेल के कारण भारत ने दूसरी बार वर्ल्ड कप का ख़िताब हासिल किया।