5 भारतीय क्रिकेटर और उनके रेस्टोरेंट्स

भारतीय क्रिकेटरों ने फील्ड के अंदर तो पूरी दुनिया में बेहतरीन प्रदर्शन किया ही है, लेकिन फील्ड के बाहर भी इनका सिक्का खूब चला है। मैदान के अंदर और बाहर दोनों ही जगह भारतीय क्रिकेटरों ने खेल प्रेमियों का दिल जीता है। कहते हैं दिल का रास्त पेट से होकर जाता है। कई भारतीय क्रिेकेटरों ने इस बात को सिद्ध किया है और अपने बेहतरीन रेस्टोरेंट्स के खानों से लोगों का दिल जीता है। इनमें से कुछ खिलाड़ियों का रेस्टोरेंट तो बंद हो गया, लेकिन कुछ खिलाड़ी सफल तरीके से इसको चला रहे हैं। भारत के कई बड़े शहरों में ये नामचीन रेस्टोरेंट खुले हुए हैं। आइए आपको बताते हैं ऐसे ही 5 रेस्टोरेंट्स के बारे में। 5. सौरव-द् फूड पवेलियन (सौरव गांगुली) साल 2004 भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के लिए काफी बेहतरीन साबित हुआ था। वो बल्ले से रना बना रहे थे, गेंदबाजी में विकेट निकाल रहे थे और टीम के कप्तान भी थे। लेकिन सबसे बड़ी बात इसी साल उन्होंने कोलकाता में अपना एक रेस्टोरेंट खोला। इसका नाम उन्होंने सौरव- द् फूड पवेलियन रखा। पहले कुछ साल तक ये रेस्टोरेंट खूब चला, यहां के माहौल से प्रभावित होकर लोग यहां खिंचे चले आते थे। पहले तो सौरव इस रेस्टरोंट के आधे हिस्से के मालिक थे, लेकिन 2006 में पूरा रेस्टोरेंट उनका हो गया। ये वो समय था जब चैपल-सौरव विवाद पूरे मीडिया में छाया हुआ था। इस वजह से सौरव गांगुली अपने खेल पर ज्यादा ध्यान देने लगे और रेस्टोरेंट की तरफ कम ध्यान दे पाए। इसकी वजह से उनका ये रेस्टोरेंट धीरे-धीरे घाटे में चला गया और फिर कभी इससे उबर नहीं पाया। ये जानकर आपको हैरानी होगी कि जिस शहर में गांगुली की भगवान की तरह पूजा की जाती हो वहां उनका रेस्टोरेंट नहीं चल पाया और 2011 में ये पूरी तरह से बंद हो गया। सौरव के भाई देवाशीष ने आईएएनएस को बताया कि सौरव गांगुली काफी ज्यादा बिजी रहते हैं और मैं भी बिजी रहता हूं इसलिए हम रेस्टोरेंट को चलाने के लिए ज्यादा समय नहीं निकाल पा रहे। इसीलिए हमने इसे बंद करने का फैसला किया। 4. तेंदुलकर्'स' (सचिन तेंदुलकर) tendulkars मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने 2002 में ये रेस्टोरेंट मुंबई में खोला था। इसका नाम उन्होंने 'तेंदुलकर्'स्' रखा। उन्होंने नामी-गिरामी होटल व्यवसायी संजय नारंग के साथ मिलकर इसकी शुरुआत की थी। इसके बाद नॉर्थ मुंबई में एक और रेस्टोरेंट खोला जिसका नाम उन्होंने 'सचिन्'स्' रखा। इसके बाद बेंगलुरू में भी इसकी एक शाखा उन्होंने खोली। सचिन को बिजनेस में काफी ज्यादा रुचि थी, यहां तक कि खाना बनाने के दौरान शेफ जो कपड़े पहनते हैं उसको लेकर भी उन्होंने काफी सुझाव दिए। फोर्ब्स मैगजीन को दिए इंटरव्यू में नारंग ने इस बात का जिक्र किया था। उन्होंने बताया कि सचिन हर चीज छोटी-छोटी चीज पर काफी ध्यान देते थे।इससे पता चलता है कि उनकी इसमें कितनी दिलचस्पी थी। लेकिन इतना बड़ा क्रिकेट स्टार होने के बावजूद सचिन का ये रेस्टोरेंट ज्यादा दिनों तक नहीं चल पाया। 2007 में दोनों ही रेस्टोरेंट बंद हो गए। उसके बाद भी खबरे आईं कि वो फिर से हॉस्पिटैलिटी के क्षेत्र में आ रहे हैं, लेकिन अभी तक सचिन की तरफ से इस बारे में कोई अधिकारिक बयान नहीं आया। 3. सहवाग'स्' फेवरिट्स (वीरेंद्र सहवाग) sehwaag अपने जोड़ीदार सचिन तेंदुलकर की राह पर चलते हुए टीम इंडिया के विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने भी अपना एक रेस्टोरेंट खोला। दिल्ली के मोती नगर इलाके में खोले गए इस रेस्टोरेंट का नाम उन्होंने सहवाग'स्' फेवरिट रखा। 2006 में खोले गए इस रेस्टोरेंट में सिर्फ वेजिटेरियन खाना ही मिलता था। शुरुआत के कुछ महीनों तक तो इस रेस्टोरेंट ने अच्छा-खासा बिजनेस किया, लेकिन उधर सहवाग ऑउट ऑफ फॉर्म हुए और इधर उनका रेस्टोरेंट भी ऑउट ऑफ फॉर्म हो गया। रेस्टोरेंट में अपने पार्टनर के धोखे के कारण ये रेस्टोरेंट उन्हें बंद करना पड़ा। इसके बाद सहवाग ने अपने बिजनेस पार्टनर और इसकी फर्म क्रिएटिव स्ट्राइड्स टेस्ट बड्स प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटाया। कॉलेज स्पोर्ट्स मैनेजमेंट की निदेशक लतिका खनेजा ने सहवाग का अकाउंट 2009 में लिव मिंट को दे दिया। उन्होंने कहा कि ये पूरी तरह से धोखाधड़ी का मामला है और चुंकि मामला अदालत में है इसलिए मैं इसके बारे में आगे कुछ नहीं कहुंगी। 2. जेके'स' (जहीर खान) zaheer-khan-s-dine-fine सचिन, सहवाग और गांगुली से इतर भारतीय टीम के पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान को रेस्टोरेंट के बिजनेस में काफी सलफता हाथ लगी। जिसकी वजह से आज उनके पास रेस्टोरेंट्स का एक चेन है। जहीर खान ने अपना पहला रेस्टोरेंट पुणे में खोला था, जिसका नाम उन्होंने जेके'स्' रखा। इसके बाद वो बैंक्वेट फ्वॉयर नाम की कंपनी के मालिक भी बने, ये कंपनी कॉर्पोरेट इवेंट का काम देखती है। जहीर खान यहीं नहीं रुके। 2013 में पुणे में ही उन्होंने एक लॉन्ज खोला जिसका नाम 'टॉस' रखा। उस समय जहीर खान आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की तरफ से खल रहे थे और इस लॉन्ज के उद्घाटन के समय टीम के कुछ साथी खिलाड़ी भी मौजूद थे। सीएनबीसी-टीवी 18 को दिए एक इंटरव्यू में जहीर ने कहा कि' लगातार चोट की वजह से मुझे दूसरे विकल्पों के बारे में सोचना पड़ा और फिर मैंने ये शुरु किया। इंटरव्यू में जहीर खान ने कहा कि क्रिकेट हमेशा से ही उनकी प्राथमिकता रही है और आगे भी रहेगी। लेकिन इसमें भी मैंने अच्छी शुरुआत की है, मैंने जल्द ही चीजों की समझ लिया है।1.जड्डू'स' फूड फील्ड (रविंद्र जडेजा) jaddu-food भारतीय टीम के बेहतरीन स्पिनर रविंद्र जडेजा ने साल 2012 में अपने इस रेस्टोरेंट की शुरुआत की थी। उस समय जडेजा भारतीय टीम में जगह बनाने के लिए संघर्ष कर रहे थे। लेकिन 12 दिसंबर 2012 को उन्होंने क्रिकेट से इतर अपने इस नए रेस्टोरेंट की शुरुआत की। इसके एक दिन बाद 13 दिसंबर 2012 से उन्होंने अपने टेस्ट क्रिकेट की भी शुरुआत की। जब जडेजा के इस नए रेस्टोरेंट का उद्घाटन हुआ तब वो भारतीय टीम के साथ थे। बाद में टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि उन्होंने एक रेस्टोरेंट खोला है और ये दिन उनके लिए काफी खास है। निश्चित ही ये दिन काफी खास था, क्योंकि उस दिन तारीख थी 12.12.12। जडेजा ही नहीं पूरी दुनिया के लिए तारीख काफी स्पेशल थी। लेकिन जडेजा ने कहा कि वो 12 नंबर को अपना लकी नंबर मानते हैं। जडेजा ने बताया कि उनका जन्म भी साल के 12वें महीने में 6 दिसंबर 1988 को हुआ था। जडेजा ने बताया कि इसीलिए वो 12 नंबर की जर्सी पहनते हैं और 2012 के 12वें महीने में ही भारतीय टेस्ट टीम में चुना गया।