विकेटकीपर बल्लेबाज ने घरेलू सत्र में नाजुक पलों में महत्वपूर्ण योगदान देकर ख्याति हासिल की। न्यूजीलैंड के खिलाफ कोलकाता टेस्ट में साहा ने दोनों पारियों में अर्धशतक जमाकर भारत को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया और जीत दिलाने में मदद की। इंग्लैंड के खिलाफ साधारण सीरीज के बाद साहा ने बांग्लादेश के खिलाफ एकमात्र टेस्ट में गजब की वापसी की। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रांची टेस्ट में साहा ने चेतेश्वर पुजारा के साथ सातवें विकेट के लिए उम्दा साझेदारी करके टीम को बढ़त दिलाई। बंगाल के विकेटकीपर ने अपनी कीपिंग में भी गजब का सुधार किया है बल्ले से भी वह भारत की सेवा कर रहे हैं। इसमें कोई शक नहीं कि साहा अगले कुछ वर्षों तक भारत के नंबर एक विकेटकीपर रहेगे। लोकेश राहुल दाएं हाथ के भारतीय ओपनर का सत्र सर्वश्रेष्ठ नहीं रहा। न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के खिलाफ वह शुरुआती चरण में उल्लेखनीय योगदान नहीं दे सके। हालांकि बाद में उन्होंने अपने खेल के स्तर को बढ़ा दिया। इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई टेस्ट में 199 रन की पारी के साथ राहुल के शानदार फॉर्म की शुरुआत हुई। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार मैचों की टेस्ट सीरीज में राहुल ने छह अर्धशतकीय पारियां खेलकर शीर्षक्रम को बेजोड़ शुरुआत दिलाई। 2014 के अंत में डेब्यू करने वाले राहुल टीम इंडिया शीर्षक्रम के प्रमुख बल्लेबाज बने और उम्मीद है कि वह इस वर्ष अपने इस शानदार फॉर्म को जारी रख सके।