बाएं हाथ के स्पिनर ने सत्र के अंतिम चरण में अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया। जहां अश्विन ने शुरुआत में अपनी ख्याति बनाते हुए विरोधी टीम के बल्लेबाजों को परेशान किया। वहीं जडेजा ने सत्र के दूसरे हाफ में बेहतरीन प्रदर्शन किया। उन्होंने चेन्नई टेस्ट की दूसरी पारी में शानदार प्रदर्शन करते हुए 7 विकेट लेकर भारत को अंतिम दिन जीत दिलाई। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में सौराष्ट्र के क्रिकेटर ने अपने करियर के शानदार प्रदर्शनों में से एक दिया। उन्होंने 127 रन बनाए और 25 विकेट चटकाए। वह सीरीज में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज बने। जडेजा के प्रदर्शन से प्रभवित भारतीय फैंस ने तो उन्हें अश्विन से बेहतर स्पिनर करार दिया और बताया कि वह विदेशी पिचों के लिए नंबर-एक स्पिनर है। उम्मीद करते है किवह रंगीन पोशाक में भी शानदार प्रदर्शन करेंगे और उनके प्रदर्शन की मदद से भारतीय टीम चैंपियंस ट्रॉफी के अपने ख़िताब को बचाने में सक्षम हो।