जहीर खान भारतीय टीम के गेंदबाजी कोच के सबसे प्रबल दावेदार हैं। गेंदबाजी की हर तकनीक का बारीकी से ज्ञान और उनका अपार अनुभव उन्हें भारतीय टीम के गेंदबाजी कोच के लिए सबसे उपयुक्त ठहरातें हैं। करियर के शुरुआती दिनों से ही जहीर खान के अंदर नई गेंद को दोनों तरफ से स्विंग कराने की क्षमता रही है। इसके साथ ही पुरानी गेंद से वो रिवर्स स्विंग भी कमाल की करते थे। अर्जुन अवॉर्डी जहीर खान ऑ स्टंप की लाइन में गेंदबाजी करते थे और वहां से स्विंग कराते थे। इसके साथ ही इनस्विंगिंग यॉर्कर भी उनका सबसे बड़ा हथियार था। 14 साल के अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर में जहीर खान ने अपनी विकेटटेकिंग गेंदबाजी से भारतीय टीम को कई मैच जितवाए। हालांकि चोट के कारण जहीर खान का करियर प्रभावित हुआ और घरेलू क्रिकेट में अच्छे युवा तेज गेंदबाजों के आने के वजह से साल 2005 में उन्हें टीम से बाहर होना पड़ा। लेकिन इंग्लिश काउंटी क्लब वूरेस्टरशायर की तरफ से खेलते हुए उन्होंने अपने आपको फिर से साबित किया। काउंटी क्रिकेट में अपने डेब्यू मैच में ही जहीर खान ने समरसेट के खिलाफ 10 विकेट चटकाए। इसके बाद अगले मैच में 9 विकेट लेकर उन्होंने बता दिया कि उनमें कितना दम है। इस शानदार प्रदर्शन की वजह से वो भारतीय टीम में जगह बनाने में कामयाब रहे और 2006 में उन्होंने टीम में वापसी की। 2006 से दोबारा टीम में वापसी करने के बाद जहीर खान ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। जहां-जहां भी भारतीय टीम ने मैच खेले जहीर खान ने आगे बढ़कर गेंदबाजी आक्रमण की अगुवाई की और भारतीय टीम को कई मैचों में जीत दिलाई। भारतीय टीम के 2011 का वर्ल्ड कप जीतने में उनका अहम योगदान रहा। मुंबई के इस पेसर ने टूर्नामेंट के 9 मैचों में 21 विकेट झटके। इसके अलावा भारतीय टीम को टेस्ट मैचों में नंबर वन बनाने में भी उनकी गेंदबाजी का काफी अहम रोल रहा। बात अगर प्रथम श्रेणी मैचों की करें तो जहीर खान ने पहले बड़ौदा फिर मुंबई की तरफ से रणजी मैच खेला। लंबे करियर के बाद 15 अक्टूबर 2015 को उन्होंने क्रिकेट के सभी प्रारुपों को अलविदा कह दिया। हालांकि 2016 के आईपीएल में वो दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम की तरफ से खेले। वर्तमान भारतीय कोच अनिल कुंबले जहीर खान के साथ काफी अंतर्राष्ट्रीय मैच खेल चुके हैं, और उन्हें पता है कि जहीर खान के अंदर काफी प्रतिभा है। इसलिए कुंबले ने गेंदबाजी कोच के लिए खुद जहीर खान की सिफारिश की है। जिसकी वजह से उनके कोच बनने की संभावना सबसे ज्यादा है।