रविन्द्र जडेजा का भारत की ओर से मेन स्ट्राइक बॉलर बनना और उनके करियर का पूरी तरह कायापलट होना बिलकुल अविश्वसनीय है। वैसे ज्यादातर ऑलराउंडर खिलाड़ियों का बेस्ट प्रदर्शन कोहली की आक्रामक कप्तानी के तले ही देखने को मिला है। वो बात अलग है कि जडेजा वनडे और टी20 के हमेशा से ही उपयोगी गेंदबाज़ रहे थे, लेकिन उनकी टेस्ट गेंदबाज़ी की क्षमता की खोज पूर्व कप्तान एम एस धोनी ने की और साल 2013 में ऑस्ट्रेलिया का वाइटवॉश करने में जडेजा का गज़ब का इस्तेमाल किया गया। बायें हाथ के इस स्पिनर ने धोनी की कप्तानी में 12 टेस्ट में37 की औसत से 45 विकेट लिए। हालांकि कोहली के कप्तान बनने के बाद जडेजा ने आंकड़े गजब के हैं और उन्होंने सिर्फ 8 मुकाबलों में 15.82 की हैरान कर देने वाली औसत से 40 विकेट झटके हैं। कोहली ने जडेजा का इस्तेमाल हालात के अनुसार बेहद चालाकी के किया है जिसने सौराष्ट्र के इस ऑलरांउडर को टेस्ट क्रिकेट में नई उड़ान मिली है।