5 भारतीय क्रिकेटर्स जिन्होंने फैमिली इमरजेंसी के दौरान भी अपने खेल को प्राथमिकता दी

sachin-tendulkar-1475820488-800

हर इंसान की जिंदगी में उतार-चढ़ाव लगे रहते हैं। लेकिन कभी-कभी हमारे जीवन में कई ऐसे मौड़ आते हैं जिनके बारे में हमें समझ नहीं आता कि क्या करना सही होगा। बिल्कुल उसी तरह खिलाड़ियों की भी अपनी निजी जिन्दगी होती है और उनपर भी बहुत सारी चीजें निर्भर करती हैं। खिलाड़ी भी आखिरकार इंसान ही होते हैं। जैसे कि आम इंसान, वो भी ऐसी स्थिति का सामना करते हैं जहां उनके परिवार को उनकी जरुरत होती है और उनकी टीम को भी। लेकिन ऐसे भी कुछ खिलाड़ी हैं जो इस मुश्किल स्थिति में भी परिवार से पहले अपनी नेशनल ड्यूटी को समझते हुए भारत के लिए खेलना पसंद करते हैं। एक नजर उन खिलाड़ियों पर जिन्होंने फैमिली इमरजेंसी के वक्त भी अपने खेल को महत्व दी: #1 सचिन तेंदुलकर घड़ी का कांटा पीछे लेकर जाते हैं, तो हमें 1999 वर्ल्ड कप का वो मैच याद आता है। जब केन्या के खिलाफ ब्रिस्टल के काउंटी ग्राउंड पर सचिन ने 140 रन की नाबाद पारी खेली थी। इस मैच से कुछ दिन पहले ही, मास्टर ब्लास्टर के पिता की मृत्यु हुई थी, और इस बड़े सदमे में डूबने के बावजूद सचिन ने भारतीय टीम को वर्ल्ड कप में बने रहने के लिए शानदार बल्लेबाजी कर शतक जमाया। भारत ने ये मैच 94 रन से जीता और सचिन को मैन ऑफ द मैच के खिताब से सम्मानित किया गया। सचिन ने अपनी आत्मकथा में लिखा है, “चार दिन भारत में बिताने के बाद, मैं वापस इंग्लैंड गया और केन्या के खिलाफ होने वाले मैच के लिए टीम में दोबारा शामिल हुआ। मुझे लगा कि मेरे पिता भी मुझसे यही चाहते थे, इसलिए मैं वर्ल्ड कप के बाकि मैच खेलने के लिए लंदन पहुंचा।” #2 रविचंद्रन अश्विन ravichandran-ashwin-1475820516-800 2015 दिसंबर में, अश्विन साउथ अफ्रीका के खिलाफ चौथा टेस्ट मैच खेल रहे थे। उन्होंने एक बेहतरीन अर्धशतक जड़ा और रहाणे के साथ अच्छी साझेदारी की, जिसकी वजह से टीम इंडिया का स्कोर पहली पारी में 300 के पार पहुंचा। हम में से कई लोगों को इस बात की जानकारी नहीं थी कि बल्लेबाजी करने मैदान में उतरे अश्विन उस दिन किन परिस्थितियों से गुजर रहे थे। अश्विन की पूरे दिन अपने माता-पिता से कोई बात नहीं हो पाई थी और वो सिर्फ देश के लिए खेलने मैदान पर उतरे थे। उनके माता-पिता चेन्नई में थे, जहां उन दिनों बाढ़ की स्थिति बनी हुई थी और जान-माल के काफी नुकसान की खबरें सामने आ रही थी। इस बात की जानकारी अश्विन की पत्नी के किये गए ट्वीट से पता चला।

#3 विराट कोहली virat-kohli-1475820583-800

मौजूदा समय में विराट कोहली भारत के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज बनकर सामने आए हैं। विराट कोहली का उनके खेल के प्रति लगाव और बीते वर्षों में उन्हें मिली अपार सफलता के पीछे उनके कड़ी मेहनत और कई ऐसे मुश्किल फैसले हैं जिनकी वजह से विराट आज इस मुकाम पर काबिज हैं। रॉयल चैलेंजर बैंगलोर के इस बल्लेबाज ने अपने पिता की मृत्यु के बाद बताया कि, “मैं रणजी ट्रॉफी में कर्नाटक के खिलाफ दिल्ली के लिए खेल रहा था। और चाहता था कि मैं खेलता रहूं, अगर ऐसा नहीं किया होता तो ये एक पाप होता।” विराट ने एक इंटरव्यू में कहा था, “उन्होंने अगली सुबह अपने कोच को फोन किया और कहा कि वो खेलना चाहते हैं क्योंकि मेरे लिए क्रिकेट मैच पूरा नहीं करना पाप के समान है।” ये वो पल था जिसने मेरे अंदर के इंसान को बदल दिया। मेरे लिए इस खेल का महत्व बहुत ज्यादा है। #4 महेंद्र सिंह धोनी mahendra-singh-dhoni-1475820632-800 भारतीय वनडे और टी20 कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का क्रिकेट के लिए प्यार और उनकी सच्चाई किसी से छिपी नहीं है। जिस वक्त धोनी की पत्नी साक्षी ने उनकी बेटी जीवा को जन्म दिया वो ऑस्ट्रेलिया में मौजूद थे और उन्होंने इस अहम समय पर घर वापस लौटने की बजाए 2015 वर्ल्ड कप की तैयारियों के लिए टीम के साथ रुकने का मुश्किल फैसला लिया। वो चाहते तो कुछ दिन की छुट्टी लेकर अपने पहले बच्चे को देखने के लिए भारत लौट सकते थे लेकिन उन्होंने 2015 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया की तैयारियों को प्राथमिकता दी। धोनी ने ये बात खुद मीडिया को बताई, “मुझे एक बेबी गर्ल के पिता बनने का आशिर्वाद मिला है” और जब उनसे कुछ दिन के लिए घर वापस जाने के बारे में पूछा गया। धोनी ने कहा, “अभी ऐसा कोई प्लान नहीं है। नहीं, मैं अभी नेशनल ड्यूटी पर हूं। मेरे लिए वर्ल्ड कप काफी महत्वपूर्ण है और मैं यहीं रुकना चाहता हूं।” #5 मोहम्मद शमी 252931 भारत हाल ही में आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में नम्बर एक पर पहुंचा है और नम्बर एक पर पहुंचने के पीछे न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत का दूसरे टेस्ट में शानदार प्रदर्शन है। इस मैच में तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी का अहम योगदान था। उन्होंने दूसरे टेस्ट में 6 विकेट झटके और भारत 178 रन से जीत गया। बहुत से लोगों को पता नहीं था कि मोहम्मद शमी एक भावुक मौड़ से गुजर रहे थे। उनकी 14 महीने की बच्ची हॉस्पिटल में अडमिट थी लेकिन शमी ने भारतीय टीम को मजबूत करने के लिए अपना खेल जारी रखा। मैच के दौरान उनकी बेटी हाई फीवर की वजह से आईसीयू में थी, बावजूद इसके शमी ने अपनी नेशनल ड्यूटी निभाना जरूरी समझा। दो दिन बाद उनकी बेटी को आईसीयू से डिस्चार्ज कर दिया गया। मैच के दौरान, टीवी कमेंटेटर संजय मांजरेकर ने शमी की तारीफ करते हुए कहा, “वो खुशकिस्मत हैं उन्हें मोहम्मद शमी की शानदार गेंदबाजी देखने का मौका मिला बावजूद इसके कि शमी अपनी बेटी की खराब स्वास्थ की वजह से बुरे दौर से गुजर रहे हैं।”