एकदिवसीय सीरीज में ऑस्ट्रेलिया को बुरी तरह हराने और टी20 सीरीज के बराबरी पर छूटने की बाद अब भारतीय टीम की नज़र न्यूज़ीलैंड के खिलाफ 22 अक्टूबर से शुरू होने वाले 3 मैचों की एकदिवसीय और 3 मैचों की टी20 सीरीज पर है। इसका सीरीज का पहला मैच मुम्बई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला जाएगा। आईसीसी रैंकिंग में पहले स्थान पर काबिज होने के बाद अब भारतीय टीम को इस सीरीज के कुछ नए खिलाड़ियों को मौका देना चाहिये वहीं कुछ पुराने खिलाड़ियों को दुबारा मौका मिलना चाहिए। आज हम उन्ही 5 खिलाड़ियों के बारे में बात करेंगे जिन्हें न्यूज़ीलैंड के खिलाफ एकदिवसीय सीरीज में खेलने का मौका मिलना चाहिए #5 श्रेयस अय्यर 22 वर्षीय यह बल्लेबाज पिछले कुछ सालों से जबरदस्त फॉर्म में चल रहा रहा है लेकिन फिर भी उन्हें भारतीय टीम के लिए खेलने का मौका नहीं मिल पाया है। अय्यर का हालिया फॉर्म भी काफी अच्छा रहा है। जिसकी वजह से भारतीय टीम न्यूज़ीलैंड 'ए' के खिलाफ चल रहे सीरीज में भारत 'ए' बढ़त बनाये हुए है और इससे उम्मीद जग रही है कि अय्यर को अब न्यूज़ीलैंड के खिलाफ होने वाली सीरीज में भी मौका मिल जाये। न्यूज़ीलैंड 'ए' के खिलाफ खेले 4 मैचों में अय्यर ने 317 रन बनाए हैं जिसमें एक शतक और 2 अर्धशतक शामिल है। इसके अलावा अय्यर ने दक्षिण अफ्रीका ए दौरे पर भी काफी रन बनाए थे और इनसब को देखते हुए न्यूज़ीलैंड के खिलाफ एकदिवसीय मैचों में उन्हें मौका मिलना चाहिए। #4 रविचन्द्रन अश्विन 31 वर्षीय यह ऑफ स्पिनर वर्सेस्टरशिर के लिए इंग्लैंड कॉउंटी डिवीज़न में अच्छा प्रदर्शन करके लौटा हैं। अब इनका पूरा ध्यान सीमित ओवरों की टीम में वापसी करना है। अश्विन ने पिछले कुछ समय से काफी कम एकदिवसीय मैच खेले हैं और जितने खेले भी हैं उसमें अपना कुछ खास असर छोड़ने में नाकाम रहे हैं। युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव के आने के बाद से एकदिवसीय मैचों में इनकी महत्वा भी काफी कम हो गयी है। जैसा की आपको पता ही है कि विश्वकप में अब 2 सालों से भी कम का समय बचा है ऐसे में अश्विन जल्द से जल्द टीम में वापसी कर अपना स्थान पक्का करना चाहेंगे। #3 रविन्द्र जडेजा अश्विन की तरह ही दुनिया के नंबर एक टेस्ट गेंदबाज रविंद्र जडेजा भी अक्षर पटेल, युजवेंद्र चहल और कुलदीप के यादव के टीम में आ जाने के बाद सीमित ओवरों के खेल में टीम में अपना स्थान खो चुके हैं। हालांकि, जडेजा ने पिछले कुछ समय में एकदिवसीय मैचों से ठीक-ठाक प्रदर्शन किया है और ऐसे में वो टीम में वापस आकर चयनकर्ताओं को अपनी अहमियत बताना चाहेंगे। वेस्टइंडीज के खिलाफ एकदिवसीय टीम से बाहर होने के बाद से जडेजा ने एक भी एकदिवसीय मैच नहीं खेला है। जबकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले 3 मैचों में उन्हें चोटिल अक्षर की जगह टीम में जगह तो मिल गयी लेकिन एकादश का हिस्सा नहीं बन पाए। अगर कीवी टीम के खिलाफ उन्हें खेलने का मौका मिलता है तो वह फिर से टीम में अपना स्थान पक्का करना चाहेंगे। #2 सुरेश रैना 2015 से एकदिवसीय टीम से बाहर चल रहे रैना के लिए कुछ भी सही नहीं घट रहा। जब उनके ऊपर बीसीसीआई के 'यो-यो' टेस्ट में भी फेल होने का तमगा भी लग गया है। टेस्ट गेंदबाजों के खिलाफ उनकी की कमजोरी पता चलने के बाद से ही वो टीम से बाहर हैं। वह अपनी तकनीक सुधारने के लिए लगातार कड़ी मेहनत कर रहे हैं और इसी के सहारे भारतीय टीम में जगह बनाना चाहते हैं। दिलीप ट्रॉफी में रैना ने इंडिया ब्लू की कमान भी सम्भली थी, जहां उनकी टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया था लेकिन रैना कुछ खास करने में असफल रहे वो 3 मैचों में सिर्फ एक ही अर्धशतक जमा पाए। अगर उन्हें भारतीय टीम में जगह मिलती है तो एक बार फिर रैना कुछ आतिशी पारी खेल टीम में अपना स्थान पक्का करना चाहेंगे। #1 युवराज सिंह यह साल युवी के लिए उथल पुथल भरा रहा है। जहां पहले उन्हें चैंपियंस ट्रॉफी टीम में जगह मिली लेकिन वेस्टइंडीज दौरे के बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। चौथे क्रम पर कई बल्लेबाजों को आजमाया जा चुका है लेकिन कोई भी कुछ खास प्रभाव नहीं छोड़ पा रहा है। ऐसे में युवी फिर से अपने पसंदीदा चौथे क्रम को अपने नाम करना चाहेंगे। हालांकि युवराज सिंह की न्यूजीलैंड के खिलाफ वापसी मुश्किल है क्योंकि वो फिटनेस के लिए यो-यो टेस्ट पास नहीं कर पाए हैं। लेखक- राजेश पूरी अनुवादक- ऋषिकेश सिंह