2015 से एकदिवसीय टीम से बाहर चल रहे रैना के लिए कुछ भी सही नहीं घट रहा। जब उनके ऊपर बीसीसीआई के 'यो-यो' टेस्ट में भी फेल होने का तमगा भी लग गया है। टेस्ट गेंदबाजों के खिलाफ उनकी की कमजोरी पता चलने के बाद से ही वो टीम से बाहर हैं। वह अपनी तकनीक सुधारने के लिए लगातार कड़ी मेहनत कर रहे हैं और इसी के सहारे भारतीय टीम में जगह बनाना चाहते हैं। दिलीप ट्रॉफी में रैना ने इंडिया ब्लू की कमान भी सम्भली थी, जहां उनकी टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया था लेकिन रैना कुछ खास करने में असफल रहे वो 3 मैचों में सिर्फ एक ही अर्धशतक जमा पाए। अगर उन्हें भारतीय टीम में जगह मिलती है तो एक बार फिर रैना कुछ आतिशी पारी खेल टीम में अपना स्थान पक्का करना चाहेंगे।
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