#2 सुब्रमण्यम बद्रीनाथ
बद्रीनाथ को ‘रन मशीन’ के नाम से भी जाना जाता था, वो रणजी ट्रॉफ़ी के शानदार बल्लेबाज़ों में से एक थे। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उन्होंने 10,245 रन बनाए हैं, इस दौरान उनका औसत 55 से थोड़ा कम था। वो न सिर्फ़ टेस्ट, बल्कि छोटे फ़ॉर्मेट में भी शानदार प्रदर्शन करते थे। आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स की तरफ़ से खेलते हुए उन्होंने कई बार दर्शकों का दिल जीता है। उन्हें सिर्फ़ 2 टेस्ट खेलने का मौका मिला, फिर वो टीम इंडिया से बाहर हो गए। हाल में ही उन्होंने क्रिकेट के सभी फ़ॉर्मेट से संन्यास ले लिया।
#1 अमोल मजूमदार
अमोल मजूमदार को भारत का सबसे बदनसीब क्रिकेटर कहा जाता है, क्योंकि प्रथम श्रेणी में ज़बरदस्त प्रदर्शन करने के बावजूद उन्हें एक भी टेस्ट खेलने का मौका नहीं मिला। मजूमदार रणजी ट्रॉफ़ी के इतिहास में दूसरे सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले क्रिकेटर हैं। उन्होंने रणजी में 28 शतक लगाए हैं। उनके बारे में कहा जाता था कि वो भारत के दूसरे सचिन बन सकते हैं, लेकिन टीम इंडिया के लिए खेल पाना उनके नसीब में नहीं था।