भारतीय क्रिकेट टीम के सफलतम कप्तानो में से एक मोहम्मद अज़हरुद्दीन ने अपने करियर और नीजि ज़िंदगी में कई उतार चढ़ाव देखे हैं। 1984 से 2000 के बीच टीम इंडिया की जान कहे जाने वाले मोहम्मद अज़हरुद्दीन ने भारत के लिए 99 टेस्ट और 334 वनडे मैच खेले। अज़हर का अपने शुरुआती तीन मैचो में लगातार तीन शतकीय पारी खेलने का बनाया गया वर्ल्ड रिकॉर्ड आज भी क़ायम है। इंग्लैंड के ख़िलाफ़ कोलकाता में डेब्यू करने वाले अज़हर ने फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। वनडे में अज़हर के नाम जहां 7 शतक और 58 शतकों के साथ 9378 रन हैं, तो टेस्ट में इस दिग्गज क्रिकेटर के नाम 21 अर्धशतक और 22 शतकों के साथ 6215 रन हैं। अज़हर को लोग उनके जादुई फ़्लिक शॉट के लिए आज भी याद करते हैं। दाएं हाथ के इस कलाई के जादुगर का करियर मैच फ़िक्सिंग में फंसने की वजह से 2000 में थम गया था। अज़हर इसी वजह से 100 टेस्ट का सपना भी पूरा कर पाने से चूक गए थे। हालांकि इन आरोपों से बाहर आते हुए अज़हर ने एक बार फिर वापसी की, लेकिन इस बार क्रिकेट के मैदान में नहीं बल्कि सियासत के अखाड़े में। 2009 में कांग्रेस की टिकट पर उन्होंने पहली बार चुनाव लड़ा और मोरादाबाद से जीत हासिल करते हुए सांसद चुने गए। लेकिन 2014 में उन्हें कांग्रेस ने राजस्थान के टोंक सवाइमाधो पुर से टिकट दिया, जहां उन्हें हार का सामना करना पड़ा।