भारतीय क्रिकेट टीम को नैटवेस्ट ट्रॉफ़ी में शानदार पारी खेलते हुए 300 से ज़्यादा रनों का पीछा करते हुए जीत दिलाने वाले इस बल्लेबाज़ को शायद ही कोई भारतीय क्रिकेट प्रेमी भूल सकता है। भारत के लिए 2000 में डेब्यू करने वाले मोहम्मद कैफ़ ने 13 टेस्ट और 125 वनडे में भारत का प्रतिनिधित्व किया। टेस्ट में कैफ़ को उतने मौक़े नहीं मिले जिसके वह हक़दार थे, 125 वनडे में इस दाएं हाथ के बल्लेबाज़ ने 2 शतक और 17 अर्धशतक के साथ 2753 रन बनाए। बल्लेबाज़ी के साथ साथ कैफ़ की ख़ासियत उनकी शानदार फ़ील्डिंग थी।
कैफ़ को फ़ील्डिंग की बदौलत 2003 वर्ल्डकप में टीम इंडिया का फ़ील्डिंग कप्तान भी बनाया गया था। कैफ़ का करियर ज़्यादा लंबा नहीं चल पाया और 2006 में टीम से बाहर होने के बाद दोबारा वह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेल पाए।
मोहम्मद कैफ़ ने अपनी दूसरी पारी 2014 लोकसभा चुनाव में शुरू की, जब उन्होंने कांग्रेस की टिकट पर अपने ही घर इलाहाबाद से क़िस्मत आज़माई। हालांकि मोहम्मद कैफ़ के लिए सियासत का ये सफ़र बेहद कड़वा रहा, उन्हें इस चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा।